
UP: कृषि कानून वापसी के ऐलान के बाद विपक्ष ने किया तीखा हमला
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि अमीरों की भाजपा ने भूमि अधिग्रहण
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा आज तीनों कृषि कानून वापस लेने का ऐलान किया है। तीनों कृष कानूनों के वापस लेने के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में मजबूत विपक्ष की भूमिका निभा रहे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव में बयान दिया है। अखिलेश ने कहा कि यह फैसला बहुत पहले ले लेना चाहिए था, सरकार को एमएसपी पर फैसला लेना होगा वही आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के परिवार को आर्थिक मदद और नौकरी दे सरकार।
अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
गौरतलब है कि तीनों क्रश कानून आधुनिक ऐलान के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि अमीरों की भाजपा ने भूमि अधिग्रहण व काले कानूनों से गरीबों किसानों को हगन चाहा, की लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाएं, जीत चढ़ाई लेकिन समाजवादी पार्टी के पूर्वांचल की विजय यात्रा के जनसमर्थन के डरकर काले कानून वापस ले ली लिए। अखिलेश यादव ने प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा बताएं कि आंदोलन में गई सैकड़ों किसानों की मौत के दोषियों की सजा कब मिलेगी।
मायावती ने किया हमला
तीनों प्रेस कानूनों के वापस लेने के ऐलान के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार ने तीनों कृषि कानून लेने में देरी कर दी है। मायावती ने कहा कि आगामी पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को नजदीक आते देख भारतीय जनता पार्टी ने किसानों को लुभाने के लिए कदम उठाया है जो कि अशोभनीय है। सरकार को यह फैसले पहले लेनी चाहिए थे जिससे कि आंदोलन में गए सैकड़ों किसानों की मौत ना होती। सरकार ने जो आज किया है इसे बहुत पहले कर लेना चाहिए था।