![संदिग्ध अवस्था में हुई किसान की मौत, जाने क्या है पूरा मामला](/wp-content/uploads/2021/09/Farmers-protest-Haryana-extends-mobile-internet-ban-in-Karnal-till.jpeg)
UP: किसानों की महापंचायत आज, लखनऊ के ईको गार्डन में किसान भरेंगे हुंकार
लखनऊ में वहां पंचायत कर रहा है इसमें भारतीय किसान यूनियन प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल होंगे इसमें किसानों को विभिन्न मुद्दे उठाए जाएंगे।
लखनऊ: संयुक्त किसान मोर्चा( skm) के बैनर तले आज किसान ( farmer) राजधानी के इको गार्डन ( eco- garden) में हुंकार भरेंगे। बता दें कि मोदी सरकार के द्वारा लागू किए गए तीनों कृषि कानूनों को लेकर 2 साल पहले किसानों ने आज ही के दिन दिल्ली में आंदोलन शुरू किया था। उसकी याद और विभिन्न मुद्दों को लेकर किसान लखनऊ में वहां पंचायत कर रहा है इसमें भारतीय किसान यूनियन प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल होंगे इसमें किसानों को विभिन्न मुद्दे उठाए जाएंगे।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है उनकी जमीन कब जाने की शादी से हो रही हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार कभी किसानों को खेतों में कटीले तार लगाने से मना कर रही है तो कभी ट्रैक्टर ट्राली पर जाने से सरकार किसानों को परेशान कर रहे हैं और किसान इसका विरोध कर रहे हैं जीएम सरसो को मंजूरी जैसे निर्णय भी किसान विरोधी हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की गन्ने का बकाया भुगतान, बलियापुर एमएसपी पार्क गारंटी कर्जा माफी किसान पेंशन आंदोलन के दौरान कई मुकदमों की वापसी जैसे तमाम अध्ययन जो हाल नहीं हो पा रहे हैं।
राजधानी लखनऊ इको गार्डन में आज महापंचायत होगी कहा जा रहा है कि पंचायत के बाद किसान राजभवन की ओर मार्च कर सकते हैं जिसका निर्णय पंचायत में ही लिया जाएगा। बता दें कि महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन, किसान सभा, जय किसान आंदोलन, क्रांतिकारी किसान यूनियन, भारतीय किसान सर्विस जनशक्ति यूनियन आज प्रमुख संगठन हिस्सा ले रहे हैं।
जहां भी किसानों को रोका, वही होगा धरना – राकेश टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि पुलिस जिलों में किसानों को रोक रही है कहा जा रहा है कि ऊपर से किसानों को रोकने को कहा गया है ताकि वह लखनऊ ना पा सके। इस पर राकेश टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि जिस भी जिले में किसानों को रोका जाएगा उसी जिले में धरना प्रारंभ किया जाएगा। राकेश टिकैत ने सरकार पर आरोप लगाया कि किसी भी तरह से बात करने की जहमत नहीं उठाई है पुरानी सरकारें बात करती थी पर इस सरकार को उद्योगपति चला रहे हैं। जुबा कहते हैं या सरकार वही करती है कहां की 29 से 30 तक भी कश्मीर भी जा रहे हैं वहां के सेव किसानों को भी सरकार बर्बाद करने का काम कर रही है।