यूपी: उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा की बड़ी एजेंसी से जांच कराए सरकार: सपा प्रदेश अध्यक्ष
इसके बावजूद सरकार ने हाई कोर्ट के डिसीजन का इंतजार भी नहीं कर रही और भर्ती प्रक्रिया लगातार जारी है।
लखनऊ: सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं पदोन्नति विभाग द्वारा उप निरीक्षक भर्ती 2020 व 21 में हुई भर्ती में हुई कथित गड़बड़ियों को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एसआई एवं दरोगा भर्ती 2020-21 में जो 9534 पदों पर भर्ती की परीक्षा कराई गई थी। एनएसईआईटी द्वारा भर्ती परीक्षा का एग्जाम कराया गया था जो कि ब्लैक लिस्टेड कंपनी हैI उन्होंने आरोप लगाया कि सीधी भर्ती में 7,00000 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। इस परीक्षा में प्रत्येक परीक्षार्थी से 15,00000 रुपए ले गए थे।
इस संबंध में लखनऊ के थाना हुसैनगंज में एफआईआर भी दर्ज हुई थी। सब कुछ मालूम होने के बाद भी किसी प्रकार का एक्शन नहीं लिया गया और लगातार भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। इस परीक्षा में हुई धांधली की जांच समाजवादी पार्टी चाहती है और हम इस भर्ती पर रोक लगाने एवं परीक्षा रद्द कराने की मांग करते हैंI उन्होंने आरोप लगाया कि बायोमेट्रिक लगने के बाद भी कई सॉल्वरों ने परीक्षार्थी के नाम पर परीक्षा दी हैI यह प्रकरण उच्च न्यायालय इलाहाबाद में लंबित है। इसके बावजूद सरकार ने हाई कोर्ट के डिसीजन का इंतजार भी नहीं कर रही और भर्ती प्रक्रिया लगातार जारी है।
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उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी एसटीएफ ने कुछ परीक्षा केंद्रों ब्लैक लिस्टेड करार दे रखा है उन्हीं परीक्षा केंद्रों पर फिर परीक्षा हुई। सभी एफआईआर इलाहाबाद हाईकोर्ट में लंबित हैं और सभी कागजात हमारे पास उपलब्ध हैं I उन्होंने कहा कि सरकार को बड़ी एजेंसी से इसकी जांच करानी चाहिए। 9 सेकंड में 23 गणित के सवाल सॉल्वर्स ने सॉल्व किए। सपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विजय मिश्रा, लक्ष्मी, जैसे कई अभ्यर्थी हमारे साथ मौजूद हैं।