लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि इस बार समाजवादी पार्टी केवल धर्म की नहीं बल्कि महंगाई बेरोजगारी किसानों की खुशहाली के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी। इस दौरान वह भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर दिखे। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में बिजली का बिल देखकर ही जनता को करंट लगता है। जबकि समाजवादी पार्टी ने हमेशा विकास के साथ गंगा -जमुनी तहजीब को बचाने के लिए काम किया है।
गौरतलब है कि आज मुजफ्फरनगर में जनसभा संबोधित करने के बाद कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हरेंद्र मलिक के आवास पर पहुंचे। वहां पर पत्रकार वार्ता में अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा चुनावी मुद्दा किसानों की खुशहाली का होगा साथी बेरोजगारी और महंगाई पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि महापंचायत में किसान सत्ता परिवर्तन का संदेश दे चुके हैं मुजफ्फरनगर गंगा- जमुनी के बीच का इलाका है। और यहां के लोग गंगा -जमुनी तहजीब को बचाने का कार्य करते हैं ना कि तोड़ने का।
अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान समय से मिले, डीजल पेट्रोल के दामों में कमी की जाए, किसानों की आय बढ़ी और उनका खर्च घटे, इतना ही नहीं उन्होंने बाबा योगी आदित्यनाथ को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यदि बाबा ने उत्तराखंड से पलायन नहीं किया होता तो प्रदेश के 5 साल बर्बाद नहीं होते।
अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसी भी बात का प्रोपेगेंडा कर सकती है। भाजपा का विजन टेलीविजन है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी जिंजर योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर रही है वह सभी समाजवादी पार्टी के हैं।