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UP Election 2022 : रैली के जरिये अपनी पार्टी की ताकत का अंदाजा करायेगी निषाद पार्टी
निषाद पार्टी की ताकत को देखकर वह अपने सीटों का बंटवारा करेगी
लखनऊ : आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अपनी तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी कुछ रैलियां कर अपने साथ आए दलों को आंकने की ताकत को देखेगी। बता दें कि पूर्वांचल में अपने प्रभाव को और बढ़ाने के लिए भारतीय जनता पार्टी और निषाद पार्टी मिलकर एक राजधानी में साझा रैली करने को तैयार है। इस साझा रैली से भाजपा निषाद पार्टी की ताकत को देखना चाहती है। लकी अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन उम्मीद जताई जा रही है मध्य नवंबर के बीच किया रैली राजधानी लखनऊ के अंबेडकर मैदान में हो सकती है जिसमें राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हो सकते हैं।
गौरतलब है कि पिछले महीने ही निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद विधान परिषद से विधायक हुए और उन्होंने भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विधानसभा में भाजपा से गठबंधन की घोषणा की थी। पहले इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि निषाद पार्टी ओमप्रकाश राजभर के संयुक्त भागीदारी मोर्चा के साथ जा सकते हैं लेकिन बाद में उनका समझौता भारतीय जनता पार्टी से हो गया। नवंबर में होने वाली रौली मैं निषाद पार्टी की ताकत को देखकर वह अपने सीटों का बंटवारा करेगी।
बताते चलें कि निषाद पार्टी कि पूर्वांचल में अच्छी खासी समुदाय है 2016 में गठित निषाद पार्टी का खासकर निषाद केवट मल्लाह बेलदार और बिंद बिरादरी में अच्छा असर माना जाता है। पूर्वांचल के गोरखपुर देवरिया महाराजगंज जौनपुर संत कबीर नगर समेत 18 जिलों में निषाद समुदाय के वोट हार जीत में बड़ी भूमिका अदा करते हैं वही पूर्वांचल की सबसे अधिक सीटों पर निषाद समुदाय लोगों को हराने और जिताने की ताकत रखता है।
वहीं दूसरी तरफ बिहार की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी और निषाद पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। यूपी विधानसभा चुनाव के पहले सक्रिय होने के कारण भाजपा की चिंता भी बड़ी है जिसके चलते बिना किसी हाल में न छोड़ने का फैसला लेते हुए भारतीय जनता पार्टी ने निषाद पार्टी से गठबंधन किया है और इन दिनों दोनों पार्टी के बीच मतभेद उभर कर सामने आ गया है।