लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की पहली बड़ी जनसभा मायावती दो फरवरी को आगरा में करेंगी। गौरतलब है कि अभी तक मायावती सिर्फ बैठकों में ही शामिल होती रही हैं। अभी तक उन्होंने कोई भी चुनावी जनसभा नहीं की है। हालांकि, कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर उन्होंने लखनऊ में एक जनसभा की थी लेकिन, वह चुनावी जनसभा नहीं थी। मायावती द्वारा चुनावी जनसभाओं को न करने को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे। ऐसे में उन्होंने यह निर्णय लिया है कि वह अब जनता के बीच जाकर उन्हें संबोधित करेंगी।
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश मिश्र ने मंगलवार को बताया कि आगरा में कोविड-19 के नियमों पालन करते हुए जनसभा की जाएगी। हालांकि, अभी तक समय और स्थान तय नहीं हुआ है। सतीश मिश्र ने कहा कि इसकी भी जल्द सूचना जारी कर दी जाएगी।
31 जनवरी तक जनसभाओं व रैलियों पर रोक
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में बड़ी रैलियों पर 31 जनवरी तक रोक लगा दी है, जबकि पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होना है। ऐसे में अभी तक सिर्फ वर्चुअल रैलियों को ही अनुमति दी गई है। मायावती अगर दो फरवरी को आगरा में जनसभा करती हैं तो जाहिर सी बात है कि वहां एक बड़ी भीड़ इकट्ठा। ऐसे में चुनाव आयोग का निर्णय भी उनकी रैलियों को प्रभावित कर सकता है।