
यूपी में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान शुरू हो चुका है। आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान होगा। मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक रखा गया है।
2.28 करोड़ मतदाता करेंगे 623 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला
बता दें कि, पहले चरण में 2.28 करोड़ मतदाता 623 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। पहले चरण में 10,853 मतदान केंद्रों के कुल 26027 बूथों पर वोट डाले जाएंगे। एक बूथ पर अधिकतम 1250 मतदाता मतदान कर सकेंगे। वहीं कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए मतदान के दिन मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैंड सेनीटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन और पानी की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है। मतदाताओं की सुविधा के लिए वोटर गाइड का भी वितरण कराया गया है।
आगरा में कोहरे के बीच शुरू हुआ मतदान
आगरा में कोहरे के बीच मतदान शुरू हो गया है। आगरा के बल्केश्वर के शिवपुरी स्थित सन्त रामकृष्ण कन्या महाविद्यालय पोलिंग बूथ पर पहला वोट अनुपम सक्सेना ने वोट करके अपना योगदान दिया। वहीं बागपत जिले की बड़ौत विधानसभा के फतेहपुर पुट्ठी प्राथमिक विद्यालय नंबर-2 में मतदान के लिए लोगों ने सुबह ही लाइनों में लगना शुरू कर दिया है।
उत्तर विधानसभा क्षेत्र में दिखा ठंड का असर
इसके अलावा बिनौली के प्राथमिक विद्यालय में मतदाताओं की सुबह से ही लाइन लगी रही। वोट डालने के लिए मतदाता उत्साहित दिखाई दिए। बात करें आगरा के उत्तर विधानसभा क्षेत्र में महर्षिपुरम के सरस्वती विद्या मंदिर पोलिंग बूथ की तो यहां ठंड का असर देखने को मिला। धीरे-धीरे मतदाता मतदान केन्द्र पहुंच रहे हैं। बीएलओ मतदाताओं की मदद से मतदान कर रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
पहले चरण के मतदान के लिए हर मतदान केंद्र पर केंद्रीय अर्ध सैनिक बल की तैनाती की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए 800 कंपनी केंद्रीय अर्ध सैनिक बल और 27 कंपनी पीएसी लगाई गई हैं। इसके अलावा 9464 निरीक्षक और उप निरीक्षक, 59030 मुख्य आरक्षी व आरक्षी, 48136 होमगार्ड, 505 पीआरडी जवान और 6061 चौकीदारों को निर्वाचन में ड्यूटी लगायी गयी है।
58 में से 12 विधानसभा क्षेत्र संवेदनशील
बता दे कि, पहले चरण में 58 में से 12 विधानसभा क्षेत्रों को संवेदनशील माना गया है। इसमें खैरागढ़, फतेहाबाद, आगरा दक्षिण, बाह, छाता, मथुरा, सरधना, मेरठ शहर, छपरौली, बड़ौत, बागपत और कैराना शामिल है। पहले चरण के 5535 बूथों को संवेदनशील माना गया है।