
लखनऊ। समाजवादी पार्टी विधानसभा में शिवपाल यादव को नेता विरोधी दल बना सकती है। जबकि अखिलेश यादव और आजम खां बतौर सांसद बने रह सकते हैं। ऐसे में उनकी सीट पर उपचुनाव होने तय माने जा रहे हैं। गौरतलब है कि लोकसभा में समाजवादी पार्टी के मात्र पांच सांसद हैं। ऐसे में आजम खां और अखिलेश यादव विधायकी छोड़ सांसदी बरकार रख सकते हैं। ऐसी परिस्थितियों में इन दोनों की सीटों पर उपचुनाव तय माने जा रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और सदन में नेता विरोधी दल रहे रामगोविंद चौधरी चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में सपा शिवपाल यादव को उनके कद और अनुभव के आधार पर नेता विरोधी दल बना सकती है। शिवपाल यादव के पास संगठन और सदन में नेतृत्व दोनों का ही पर्याप्त अनुभव है। समाजवादी पार्टी ने अपने गठबंधन के साथ कुल 125 सीटें जीतीं हैं। जिसमें समाजवादी पार्टी के अकेले 111 विधायक हैं। अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल विधानसभा से चुनाव लड़े थे तो वहीं आजम खां ने रामपुर शहर विधानसभा से जीत हासिल की है। समाजवादी पार्टी के सूत्रों के अनुसार करीब एक दशक बाद फिर से शिवपाल यादव नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में नजर आ सकते हैं। शिवपाल यादव इससे पहले मायावती सरकार के दौरान नेता प्रतिपक्ष हुआ करते थे। लेकिन साल 2017 में अखिलेश से विवाद के बाद उन्होंने अपनी नई पार्टी बना ली थी और सपा से अलग हो गए थे। विधानसभा चुनाव 2022 में शिवपाल यादव सपा के बैनर तले चुनाव लड़े थे।