
UP Diwas 2023: यूपी स्थापना दिवस आज, जानें यूपी बनने की कहानी ….
24 जनवरी 1950 को भारत के गवर्नर जनरल ने यूनाइटेड 24 आदेश पारित किया था जिसके अनुसार यूनाइटेड प्रोविंस का
यूपी: उत्तर प्रदेश आज अपना स्थापना दिवस मना रहा है। ये प्रदेश जहां सियासत की दिशा तय करता आया है, वहीं सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से भी बेहद समृद्ध है। राम और कृष्ण की धरती वाले इस प्रदेश में जहां भगवान काशी विश्वनाथ दुनिया के सबसे प्राचीन नगरी में विराजमान है वही त्रिवेणी का अद्भुत संगम जी इस देश को खास बनाता है। यहां का कोना कोना ऐतिहासिक धरोहरों से समृद्ध है तो अंग्रेजों से हुए संघर्ष की यादें भी प्रदेश के कई हिस्सों में मौजूद हैं।
आपको बता दें कि गुजरते वक्त के साथ उत्तर प्रदेश में अपने आप को बदला है। अपनी परंपराओं को सजके हुए यह प्रदेश आधुनिकता के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ा है और इसकी बदौलत इसमें बहुत कुछ हासिल किया है। यूपी शुरुआत से यूपी नहीं दास का जन्म किसी और नाम से हुआ था इससे भी खास बात यह है कि आपने स्थापना दिवस के लिहाज से यूपी भले ही बुजुर्ग हो लेकिन हकीकत मेरे दो हजार अट्ठारह से ही अपना स्थापना दिवस मना रहा है इससे पहले यूपी की स्थापना दिवस का आयोजन नहीं होता था। महाराष्ट्र में जरूर इसकी शुरुआत की गई थी।
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इतिहास के पन्नों को पुनः आने पर पता चला कि 24 जनवरी 1950 को भारत के गवर्नर जनरल ने यूनाइटेड 24 आदेश पारित किया था जिसके अनुसार यूनाइटेड प्रोविंस का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश रखा गया।
आपको बता दें कि 1920 विधान परिषद के प्रथम चुनाव के बाद लखनऊ में 1921 में विधान परिषद का गठन हुआ। क्योंकि गवर्नर मंत्रियों तथा गवर्नर के सचिवों को लखनऊ में ही रहना तो इसलिए तत्कालीन गवर्नर, सर हर कोड बटलर ने अपना मुख्यालय इलाहाबाद से लखनऊ ट्रांसलेट कर दिया था और 1935 तक संपूर्ण कार्यालय लखनऊ आ चुका था अब लखनऊ सुबह की राजधानी बन चुका था जिसका नाम अप्रैल 1937 में यूनाइटेड प्रोविंस रखा गया तथा 24 जनवरी 1950 में भारत के संविधान के आदेश का नाम उत्तर प्रदेश किया गया