यूपी डीजीपी ने जारी की गाइडलाइंस, मोहर्रम पर इस बार भी जलूस की पाबंदी
मोहर्रम को लेकर डीजीपी मुकुल गोयल ने विस्तृत गाइडलाइन की जारी। गोयल ने कहा है कि कोरोना संक्रमण को लेकर गृह मंत्रालय भारत सरकार और न्यायालय के आदेशों को देखते हुए किसी प्रकार के जुलूस ताजिया की अनुमति न दी जाए।
लखनऊ : अगस्त में शुरू हो रहे मोहर्रम को लेकर DGP मुकुल गोयल ने विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी है। डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा है कि कोरोना संक्रमण को लेकर गृह मंत्रालय भारत सरकार और न्यायालय के आदेशों को देखते हुए किसी प्रकार के जुलूस ताजिया की अनुमति न दी जाए। उन्होंने कहा है कि धर्म गुरूओं से संवाद स्थापित कर कोरोना के दिशा निर्देशों का अनुपालन कराया जाए।
DGP की ओर से यूपी के सभी जिलों के पुलिस कप्तानों, पुलिस कमिश्नरों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि मोहर्रम के दौरान छोटी से छोटी घटना को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि पिछले सालों में या इस साल अभी तक जिन जिन स्थानों पर किसी प्रकार का विवाद सामने आया हो वहां पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा अभी से स्थिति का जायजा कर लिया जाय एवं विवाद को सुलझाने तथा संवेदनशीलता को दूर करने के लिये कार्रवाई की जाए। उन्होंने पर्याप्त संख्या में पुलिस बल का डिप्लायमेंट किए जाने, किसी भी हाल में यातायात न प्रभावित होने देने, बैरियर और चेक पोस्ट लगाकर चेकिंग कराने, मोटर वाहन अधिनियम के नियमों का पालन सख्ती से कराने, जन सुविधायें जैसे बिजली, पेयजल एवं साफ.सफाई पर विशेष ध्यान देने के आदेश दिए हैं।
अस्पतालों को जारी किया जाए अलर्ट
यूपी DGP मुकुल गोयल की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि मुख्य चिकित्साधिकारी से संपर्क स्थापित कर किसी भी इमरजेंसी के लिए प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों को तैयार रखने, डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी राउंड द क्लॉक लगवाने के निर्देश दिए हैं। महिलाओं के साथ किसी तरह की कोई घटना न हो इसके लिए बिना वर्दी में महिला और पुरुष पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए। पुलिस अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वह त्यौहार से पहले थाने स्तर से मोहल्लों और गांवों में शांति समिति की बैठकें करा लें।
प्रत्येक गतिविधियों पर रखी जाए नजर
DGP ने अवांछनीय तँत्वों पर नजर रखने, मोबाइल पेट्रोलिंग और फूट पेट्रोलिंग कराने, खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट का विश्लेषण करने, पर्याप्त संख्या में पुलिस बल उपलब्ध कराने के साथ-साथ CCTV कैमरों का उपयोग करने और सोशल मीडिया पर कड़ी देखरेख के निर्देश दिए हैं।
मोहर्रम से बढ़ जाती है संवेदनशीलता
DGP की ओर से कहा गया है कि सावन माह के मध्य मोहर्रम पड़ने के कारण संवेदनशीलता में बढ़ोत्तरी होने से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में विशेष सतर्कता की जरूरत है।
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