यूपी: CM योगी का आदेश, जिलों में होगा सूखे का सर्वे….
योगी ने इसके लिए 75 जनपदों में 75 टीम बनाने का निर्देश दिया है। ये टीम सभी जनपदों के जिलाधिकारी को एक सप्ताह में रिपोर्ट देंगी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के 62 जनपदों में औसत से कम बारिश हुई है, जिससे सूखे के हालात हैं। प्रदेश में मानसून शुरू होने से अब तक 44 फीसदी कम बारिश हुई है, जिससे किसान परेशान हैं। इन्हीं परस्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने अधिकारियों को प्रदेश में सूखे का सर्वे कराने का आदेश दिया है।
मुख्यमंत्री योगी ने इसके लिए 75 जनपदों में 75 टीम बनाने का निर्देश दिया है। ये टीम सभी जनपदों के जिलाधिकारी को एक सप्ताह में रिपोर्ट देंगी। इसमें लापरवाही बरतने और देरी होने पर डीएम जवाबदेह होंगे। किसानों की परेशानियों को देखते हुए बाकी विभागों को भी राहत के लिए फैसला करने के निर्देश दिए गए हैं।
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ट्यूबवेल के बिल की वसूली पर रोक
सीएम योगी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में किसानों की मदद के लिए बिजली अधिक दी जाए। पावर कॉर्पोरेशन को उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को अभी के हालात को देखते हुए अतिरिक्त मदद दी जानी जरूरी है। ऐसे में बकाए की वजह से किसानों के ट्यूबवेल बिजली कनेक्शन न काटे जाएं और इस आदेश का पालन कड़ाई से कराया जाए। सिंचाई के लिए नहरों में पानी की उपलब्धता सिंचाई विभाग सुनिश्चित करेगा।
प्रभावित जिलों से नहीं वसूले जाएंगे लगान
इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये भी निर्देश दिया है कि जिन जनपदों में औसत से कम बारिश हुई है, जो जिले सूखा प्रभावित हैं, किसानों के फसलों का नुकसान हुआ है, जहां फसलों की बुआई पर असर पड़ा है, उन प्रभावित जिलों में लगान नहीं वसूले जाएंगे। साथ ही ट्यूबवेल की तकनीकी खराबी को हर हाल में 24 से 36 घंटे के भीतर ठीक करा दिया जाए। अधिकारी इस काम को प्राथमिकता दें।