UP Budget 2022-23: बजट में चिकित्सा के क्षेत्र में योगी के पिटारे में क्या-क्या…..
इलाकों में से एक चिकित्सा जगत में सुधार के लिए धन आवंटन का विशेष प्रावधान किया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आज अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। बजट में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कई बड़ी बातों का ऐलान किया है। इन इलाकों में से एक चिकित्सा जगत में सुधार के लिए धन आवंटन का विशेष प्रावधान किया गया है।
मेडिकल क्षेत्र के लिए योगी सरकार के बजट पिटारे में जाने क्या क्या मिला….
सरकार के संकल्प के अनुरूप प्रदेश के सभी जनपदों में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का कार्य प्रगति पर।
वर्तमान में प्रदेश में 65 मेडिकल कॉलेज संचालित है जिसमें 35 राज्य सरकार तथा 30 निजी क्षेत्र द्वारा संचालित है।
वर्तमान में 45 जनपद मेडिकल कॉलेज की सुविधा से युक्त ध्वनि 14 जनपदों में राज्य सरकार व केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन।
प्रदेश में 2:00 एम है आई आई एम बी एच यू, वाराणसी तथा जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ संचालित है।
केंद्र सरकार के द्वारा पीपीपी नीत के तहत प्रदेश के 16 जनपदों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की गई है।
लोक कल्याण संगल पत्र 2022 के अनुरूप एमबीबीएस एंड पीजी पाठ्यक्रमों में सीटों में वृद्धि हेतु 500 करोड रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित है।
नर्सिंग होम की स्थापना हेतु ₹250000000 की व्यवस्था स्थापित है।
अटल बिहारी वाजपेई चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु 100 करोड़ 45 लाख रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित है।
प्रदेश के 14 जनपदों में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेजों के लिए 2100 करोड़ पर प्रस्तावित है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा हेतु ₹500000000 की व्यवस्था।
गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु 113 करोड ₹100000 की व्यवस्था प्रस्तावित है।