लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल का बजट गुरुवार को विधानसभा सदन में वित्त मंत्री एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना पेश कर रहे हैं। वह एपल के कंप्यूटर पर बजट पढ़ रहे हैं। योगी सरकार ने अबतक का सबसे बड़ा और पेपरलेस बजट पेश किया है। इस बार सरकार ने 6 लाख 15 हजार 518 करोड़ 97 लाख रुपए का बजट पेश किया है।
बजट 2022-23 की बड़ी बातें:
काशी विश्वानाथ और गंगा दर्शन की सुगमता के लिए राजमार्ग बनाने के लिए 500 करोड़ का बजट प्रस्तावित किया गया।
कृषक दुर्घटना कल्याण के लिए 600 करोड़ की व्यवस्था की गई है।
बजट में काशी के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। इस दौरान सदस्यों ने हर-हर महादेव के नारे लगाए।
गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जोड़ने का 40 फीसदी काम पूरा हो गया है।
दुर्घटना में मृत्यु पर परिवार को 5 लाख रुपए तक आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए 650 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
34,307 राजकीय नलकूप और 252 लघु नहरों से किसानों को फ्री सिंचाई सुविधा दी जाएगी। इसमें 1000 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
राजपत्रित पदों पर खिलाड़ियों की सीधी भर्ती होगी।
गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी।
पुलिस के लिए आवासीय योजना के लिए 800 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।
वृद्धा पेंशन को बढ़ाकर के एक हजार रुपए की गई।
अनाथ बच्चों को कक्षा 6 से 12 से तक की पढ़ाई के लिए 15 जिलों में आवासीय विद्यालयों की स्थापना की जाएगी।
हर जिले में अभ्युदय योजना शुरू हो जाएगी। सामुहिक विवाह योजना के लिए 600 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
2 करोड़ स्मार्टफोन और टैबलेट बांटे जाएंगे। 100 टॉपर छात्रों को हमने लैपटॉप दिया है।
पीएसी की तीन महिला बटालियन का गठन किया गया है।
आजमगढ़, रामपुर, मेरठ, बहराइच, कानपुर में एटीएस सेंटर बनेगा।
119.3 लाख मीट्रिक टन का वितरण किया जाएगा।
60 लाख मीट्रिक टन बीज बांटे जाएंगे।
सेफ सिटी योजना से महिलाओं की सुरक्षा के लिए लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, आगरा, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज में 523 करोड़ 34 लाख रुपए से काम होगा।
75 जिलों में खेलो इंडिया के तहत सेंटर बनाया जाएगा।
सुरक्षा बलों के लिए 276 करोड़ रुपए आवांटित किया जाएगा।
15 हजार सोलर पंप लगाएंगे जाएंगे।