UP : प्रदेश के विश्विद्यालयों में होगी स्थायी ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था
उत्तरप्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों, राजकीय एवं सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में ऑनलाइन क्लास की स्थायी व्यवस्था के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा। यूपी के उच्च शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसार ऑनलाइन शिक्षा व शिक्षा में तकनीकी प्रयोग के प्रावधान किए हैं।
उच्च शिक्षा विभाग की ओर से कोविड काल में शुरू की गई ऑनलाइन शिक्षा का प्रयोग सफल रहा है। विभाग की ओर से तैयार डिजिटल लाइब्रेरी का IIT खड़गपुर सहित अन्य संस्थान भी उपयोग कर रहे हैं। कोविड संक्रमण की पहली व दूसरी लहर से सबक लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में ऑनलाइन कक्षा की व्यवस्था के लिए स्थायी इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने का निर्णय किया है। इसके लिए प्रत्येक विश्वविद्यालय व महाविद्यालय की वेबसाइट पर समय सारिणी और लिंक अपलोड किया जाएगा। छात्र-छात्राएं लिंक के जरिये ऑनलाइन क्लास में शामिल हो सकते हैं।
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कक्षाओं के नियमित संचालन शुरू होने के बाद भी एक निर्धारित पाठ्यक्रम ऑनलाइन क्लास के माध्यम से पढ़ाया जाएगा। प्रधानाचार्य, कुलपति व उनकी ओर से नामित अधिकारी भी समय-समय पर वर्चुअली ऑनलाइन क्लास का जायजा भी लेंगे। ई-पाठ्यसामग्री उपलब्ध कराने के लिए उत्तरप्रदेश डिजिटल लाइब्रेरी का लिंक उपलब्ध कराया जाएगा। सभी अध्यापकों को भी डिजिटल लाइब्रेरी के लिए पाठ्यसामग्री तैयार करनी होगी। शिक्षकों को ऑनलाइन क्लास और ई-पाठ्यसामग्री तैयार करने के लिए तैयार दिया जाएगा। विश्वविद्यालयों व महाविद्यालय परिसर में wi-fi व निशुल्क इंटरनेट की व्यवस्था की जाएगी।
राज्य में पिछड़े व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित राजकीय महाविद्यालयों में आधुनिक तकनीकी व संसाधनों की कमी को दूर किया जाएगा। ऐसे महाविद्यालयों में ई-लर्निंग पार्क की स्थापना की जाएगी। वहां पर wi-fi, इंटरनेट, ई-पाठ्यसामग्री, डिजिटल लाइब्रेरी, वेबिनार सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
सभी महाविद्यालय व विश्वविद्यालयों में कंप्यूटर केंद्र को ई-सुविधा केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा। छात्र-छात्राएं इस केंद्र का उपयोग ई-लर्निंग के लिए भी कर सकते हैं। जिन भी इंटर कॉलेजों और पंचायतों में कंप्यूटर एवं इंटरनेट की सुविधा नहीं है उन्हें विश्वविद्यालय या महाविद्यालय के ई-सुविधा केंद्र का उपयोग करने दिया जाएगा। शिक्षण संस्थान ई-सुविधा केंद्र के लिए जनसहयोग भी ले सकेंगे।
सभी विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए भारत सरकार के सहयोग से FM कम्युनिटी रेडियो की स्थापना की जाएगी। रेडियो पर कक्षाओं का लाइव एवं रिकार्डिंग प्रसारण किया जाएगा।