
प्रयागराज : बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय ने उसके गुर्गों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। उसने 25.63 करोड़ का बैंक फ्रॉड करने वाले माफिया के गुर्गे लखनऊ निवासी शकील हैदर समेत पांच पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है। ईडी की टीम अब उसकी संपत्तियों की जांच करते हुए अटैच करने की कार्रवाई करेगी। केंद्रीय जांच एजेंसी के इस कदम से माफिया और उसके गुर्गों में खलबली मच गई है। लखनऊ के शीश महल हुसैनाबाद निवासी शकील इस वक्त लखनऊ जेल में बंद है।
गौरतलब है कि सीबीआई की लखनऊ एंटी करप्शन ब्रांच ने तीन फरवरी 2020 को पांचों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी व आपराधिक साजिश समेत अन्य आरोपों में रिपोर्ट दर्ज की थी। पीएनबी गोमतीनगर के एजीएम श्यामनारायण पांडेय ने आरोप लगाया था कि कंपनी की बैलेंश शीट में फर्जीवाड़ा करके उन्होंने इसके खाते की कैश क्रेडिट लिमिट बढ़वा ली। इसके लिए दावा किया था कि कंपनी के बयान उत्पाद हिंद बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड खरीदेगी। हालांकि कंपनी कुछ ही समय बाद किश्त भरना बंद कर दिया। यही नहीं शकील ने बैंक में बंधक बनाई गई संपत्तियों को बेच भी दिया था। इस मामले में बैंक की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर शकील को पिछले साल जेल भेजा गया था। अब ईडी ने भी सीबीआई की एफआईआर के आधार पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर लिया है।
वजीरगंज थाने में भी दर्ज है मुकदमा
शकील हैदर मूलरूप से अलावलपुर मोहम्मदाबाद मऊ का निवासी है, लेकिन लखनऊ में रहता था। शकील के खिलाफ लखनऊ के वजीरगंज थाने में बीते साल चार मुकदमे दर्ज हुए थे। इसमें भी फर्जी दस्तावेज के आधार पर बैंक से लोन लेने का आरोप था। इसके अलावा अमेठी में भी एक रिपोर्ट दर्ज हुई थी। बीते साल सितंबर में वजीरगंज पुलिस ने शकील हैदर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।