UP: प्रदेश के सात शहरों में IT की रेड, पॉलिटिकल फंडिंग के मामले में कार्यवाही
छितवापुर में गोपाल राय के घर से कई अहम दस्तावेज पाए गए हैं। विभाग को वो कागजात भी मिले हैं, जो फंडिंग के सुबूत के तौर पर
कानपुर, वाराणसी, सुलतानपुर, मऊ, गाजियाबाद और नोएडा
लखनऊ: इनकम टैक्स चोरी और पॉलिटिकल फंडिंग के मामले में आयकर विभाग की छापेमारी लगातार दूसरे दिन यानी गुरुवार को भी जारी है। आयकर विभाग की टीमें 24 घंटे से प्रदेश के सात शहरों में छापेमारी की कार्रवाई कर रही हैं। राजधानी लखनऊ में टीम राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के प्रमुख गोपाल राय के घर जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
सूत्रों के अनुसार, छितवापुर में गोपाल राय के घर से कई अहम दस्तावेज पाए गए हैं। विभाग को वो कागजात भी मिले हैं, जो फंडिंग के सुबूत के तौर पर इस्तेमाल हो सकेंगे। IT टीम को गोपाल राय के लोक शिकायत और जांच संस्थान नाम की संस्था को करोड़ों की फंडिंग के दस्तावेज भी मिले हैं। अब टीम उनके बैंक खातों और लॉकर को खंगाल रही है।
इन शहरों में भी छापेमारी
इसके अलावा कानपुर, वाराणसी, सुलतानपुर, मऊ, गाजियाबाद और नोएडा में भी कई पार्टियों के ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। आयकर विभाग की टीम कानपुर में जनराज्य नाम की पार्टी के तीन ठिकानों पर छापे मार रही है। कई लोगों के बयान भी अधिकारियों ने दर्ज किए। इस पार्टी के संस्थापक मऊ के रवि शंकर सिंह यादव हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वर्ष 2017 से 22 के बीच इस पार्टी ने लगभग 12 करोड़ रुपये का चंदा लिया था। कानपुर में इसके सुराग जुटाने के लिए टीम केशव नगर, काकादेव और किदवई नगर में छापेमारी कर रही है। अब तक हुई जांच में पता चला है कि चुनाव में जनराज्य पार्टी दिखावे के लिए हिस्सा लेती रही है। असल में इसे टैक्स बचाने के लिए ही बनाया गया था। वहीं, काकादेव में आयकर अधिकारी पेशे से सुप्रीम कोर्ट के अधिकवक्ता अभिषेक कृष्ण के घर भी पहुंचे हैं।