
अंडरवर्ल्ड माफिया खान मुबारक की इलाज के दौरान मौत, हरदोई जेल में था बंद
तबियत बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज में कराया गया था भर्ती
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के टॉप 10 अपराधियों में शामिल खान मुबारक का पिछले कुछ दिन से जिला कारागार के अस्पताल में इलाज चल रहा था। सोमवार को उसकी तबियत बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर ने कहा कि खान मुबारक को गंभीर निमोनिया था, जिस कारण उसकी हालत ज्यादा बिगड़ गई और चार बजे उसे मृत घोषित किया गया।
खान मुबारक बेहद ही शातिर अपराधी रहा है और वो अंडरवर्ल्ड के कुख्यात शार्प शूटर जफर सुपारी का भाई था। वर्तमान में खान मुबारक हरदोई जिला कारागार में बंद था। तीन साल पहले यूपी एसटीएफ की टीम ने खान मुबारक को अंबेडकर नगर से अवैध असलहों के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस और एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार, यूपी में जफर सुपारी का सारा काम खान मुबारक ही देखता था।
छोटा राजन का शार्प शूटर था खान मुबारक
साल 2006 में मुंबई में काला घोड़ा हत्याकांड के बाद खान मुबारक का नाम सुर्खियों में आया था। उस वक्त खान मुबारक छोटा राजन का शार्प शूटर हुआ करता था। यूपी में मुख्तार अंसारी, बृजेश सिंह, अतीक अहमद और मुन्ना बजरंगी जैसे कई बाहुबली और माफिया हुए, जिनके बीच खान मुबारक ने भी अपना नाम बनाया। उसने इलाहाबाद और उसके आस-पास के क्षेत्रों में खूब दहशत फैलाई। इसके बाद उसके खौफ का दायरा ऐसा बढ़ा कि हाथ अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन तक जा पहुंचे।
खान मुबारक का बड़ा भाई जफर सुपारी अंडरवर्ल्ड का नामी बदमाश रहा। खान मुबारक की पैदाइश अंबेडकर नगर जिले के हसवर थाना क्षेत्र के गांव हरसम्हार की है। उसके भाई जफर सुपारी ने 15 साल की उम्र में ही हत्या की और अपराध की दुनिया में कदम रख दिया। खान मुबारक का शुरुआती जीवन तो सामान्य रहा, लेकिन स्कूलिंग खत्म कर जब वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने पहुंचा तो इसी दौरान उसका नाम जुर्म की किताबों में लिखा गया।
खान मुबारक पर दर्ज हैं दो दर्जन केस
कहा जाता है कि खान मुबारक ने एक क्रिकेट मैच के दौरान अंपायर पर गोली चला दी थी, क्योंकि उसने खान मुबारक को रन आउट करार दे दिया था। उसके बाद शुरू हुआ अपराध करने का सिलसिला लंबे समय तक जारी रहा। खान मुबारक पर करीब दो दर्जन केस दर्ज हैं और पहले वह फैजाबाद जेल में रहा, लेकिन अभी वह हरदोई जेल में बंद था।