कांगो में संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियान में बीएसएफ के दो जवान शहीद, कुल 5 मारे गए
अंतरराष्ट्रीय मीडिया के अनुसार, पूर्वी कांगो शहर गोमा में हिंसक विरोध प्रदर्शन के दूसरे दिन में पांच लोगों की मौत हो गई और 50 गंभीर रूप से घायल हो गए।
World News: कांगो में जारी हिंसक संघर्ष में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा रहे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान शहीद हो गए हैं। शहीद हुए बीएसएफ के जवान कांगो में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन मोनुस्को के सदस्य थे। अंतरराष्ट्रीय मीडिया के अनुसार, पूर्वी कांगो शहर गोमा में हिंसक विरोध प्रदर्शन के दूसरे दिन में पांच लोगों की मौत हो गई और 50 गंभीर रूप से घायल हो गए।
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बीएसएफ के दोनों शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए संयुक्त राष्ट्र से नृशंस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय दिलाने की अपील की। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना भी व्यक्त की। शहीद बीएसएफ जवानों के शवों को बेनी ले जाया गया है, जहां बीएसएफ की एक प्लाटून तैनात है। यह भी बताया गया है कि हमले को अंजाम देने वाले प्रदर्शनकारियों की भीड़ में सशस्त्र विद्रोही भी शामिल हो गए।
बीएसएफ प्रवक्ता द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, बुटेम्बो में तैनात मोनुस्को में शामिल बीएसएफ के दो जवान, डीआर कांगो 26 जुलाई को एक हिंसक सशस्त्र मुठभेड़ में मारे गए थे। इस साल मई में इस इलाके में करीब 70 से 74 बीएसएफ जवानों की दो प्लाटून तैनात की गई थीं। कांगो में कहा जाता है कि स्थानीय लोगों ने मोनुस्को के खिलाफ धरना आंदोलन का आह्वान किया था। बेनी और बुटेम्बो में बीएसएफ की प्लाटून को तैनात किया गया था और विरोध के हिंसक होने के कारण हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया था।