मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के तहत विकसित किए जायेंगे पर्यटन स्थल: जयवीर सिंह
लखनऊ: सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के तहत प्रदेश की सभी विधानसभाओं में पर्यटन स्थल विकसित किए जाएंगे। इसके सापेक्ष पर्यटन विभाग में अब तक 87 प्रस्ताव आ चुके हैं। इसमें तीन प्रस्ताव स्वीकृत हो चुके हैं। हाल में मथुरा और हाथरस में 6.02 करोड़ की दो योजनाएं स्वीकृत हुईं हैं। 4.59 करोड़ रुपये से मथुरा में विभिन्न सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था की जाएगी, जबकि हाथरस में 1.43 करोड़ रुपये से अमृत सरोवर का पर्यटन विकास किया जाएगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी जानकारी
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पर्यटन के दृष्टिकोण से मथुरा-वृंदावन का महत्वपूर्ण स्थान हैं। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इस लिहाज लगातार पर्यटक सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री पर्यटन सहभागिता योजना के तहत प्रकाश व्यवस्था के लिए 4.59 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसमें 50 प्रतिशत राशि राज्य सरकार और 50 प्रतिशत मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण मथुरा द्वारा खर्च की जाएगी। इसी तरह मुख्यमंत्री पर्यटन सहभागिता योजना के तहत हाथरस जिले के मुरसान विकास खंड के कंचना में अमृत सरोवर का पर्यटन विकास कराया जाएगा। इसके लिए 1.43 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। यहां भी 50 प्रतिशत राशि सरकार देगी।
क्या है मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना
जयवीर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के तहत जनप्रतिनिधि, सक्षम व्यक्ति, संस्था व संगठन भी प्रस्तावक हो सकते हैं। प्रस्ताव पर खर्च होने वाली राशि का 50 प्रतिशत सरकार और 50 प्रतिशत व्यक्ति या संस्था देगी। इसी तरह जनप्रतिनिधि की ओर से भी जो प्रस्ताव आएंगे, उसमें भी सरकार 50 प्रतिशत राशि देगी और 50 प्रतिशत जनप्रतिनिधि को देने होंगे। योजना के तहत प्रत्येक विधानसभा में सबसे अधिक महत्वपूर्ण स्थल का चयन या अल्पज्ञात पर्यटक स्थलों को चिन्हित कर उसे उच्चस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। इसके जरिये पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी करना, साथ ही पर्यटन सेवा प्रदाताओं को आकर्षित करना है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोग भ्रमण के लिए निकलें। ऐसा तब होगा जब लोगों के नजदीक पर्यटन के विकल्प उपलब्ध होंगे। इसी उद्देश्य से सभी विधानसभाओं में पर्यटन स्थल विकसित करने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पर्यटन के वातावरण में लगातार सुधार परिलक्षित हो रहा है। देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। इससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधियॉ बढ़ने के साथ ही लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं।