‘ज्ञानवापी को मस्जिद कहेंगे तो विवाद होगा…’ सीएम योगी ने दे दिया बड़ा बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूछा- त्रिशूल, मस्जिद के अंदर क्या कर रहा?
नई दिल्ली: वाराणसी के ज्ञानवापी विवाद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली बार खुलकर और बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी के अंदर ज्योतिर्लिंग हैं, देवताओं की प्रतिमाएं हैं। यह प्रतिमाएं हमने तो नहीं रखी हैं। अगर ज्ञानवापी को मस्जिद कहेंगे तो विवाद तो होगा ही। ऐतिहासिक गलती हुई है।
ANI से बातचीत करते हुए सीएम योगी ने कहा कि अगर हम उसको मस्जिद कहेंगे तो विवाद होगा। भगवान ने जिसको दृष्टि दी है, वो देखे न। त्रिशूल, मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है? हमने तो नहीं रखे हैं न। ज्योर्तिलिंग हैं… देव प्रतिमाएं हैं। पूरी दीवारें चिल्ला-चिल्लाकर क्या कह रही हैं। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की ओर से आना चाहिए कि साहब… ऐतिहासिक गलती हुई है। उस गलती के लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो।
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A पर भी साधा निशाना
वहीं, विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A पर भी मुख्यमंत्री योगी ने निशाना साधा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इसे ‘इंडिया’ नहीं बोलना चाहिए। यह जो डॉट कॉम ग्रुप है, चोला बदलने से उनके पिछले कर्मों से मुक्ति नहीं मिल जाएगी।
इस दौरान सीएम योगी ने पश्चिम बंगाल की चुनावी हिंसा पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैं पिछले सवा छह वर्ष से उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं। 2017 से यूपी में कोई दंगा तो नहीं हुआ। बड़ी-बड़ी बातें करने वाले लोग देखें तो कैसे चुनाव होने हैं। पंचायत चुनाव, नगर निकाय चुनाव, विधानसभा चुनाव हुए, पश्चिम बंगाल में भी चुनाव हुए, वहां क्या हाल हुए? देखा तो है ही न। क्या पश्चिम बंगाल बनाना चाहते हैं देश को।
1990 में कश्मीर में जो हुआ, उसपर सब मौन क्यों हैं?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए निशाना साधा और कहा, कुछ लोग सत्ता में आकर जबरन पूरी व्यवस्था को कैद कर देना चाहते हैं। जो हमें पश्चिम बंगाल में देखने को मिला। कैसे वहां विरोधी दलों के लोगों को मारा गया। ये चीजें आंखों को खोलने वाली हैं, उस पर कोई बोलता नहीं। सन् 1990 में जो कुछ कश्मीर में हुआ, उसपर सब मौन हैं। आखिर ये दोहरा दृष्टिकोण क्यों?