देश के विदेशी मुद्रा भंडार में दिखी बढ़ोत्तरी, 633.558 बिलियन डॉलर तक पहुंचा
बुधवार को आरबीआई ने कहा था कि 23 अगस्त, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा भारत को 12.57 बिलियन का एसडीआर आवंटन किया था, जो कि लगभग 17.86 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लेटेस्ट एक्सचेंज के बराबर था।
नई दिल्ली : देश के विदेशी मुद्रा भंडार में बम्पर बढ़ोतरी दिखाई दी है। आरबीआई के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 27 अगस्त को देश का विदेशी मुद्रा भंडार, 16.663 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 633.558 बिलियन अमरीकी डॉलर का हो गया था। विदेशी मुद्रा भंडार में हुई इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण स्पेशल ड्राविंग राइट्स (एसडीआर) होल्डिंग्स में वृद्धि है।
बुधवार को आरबीआई ने कहा था कि 23 अगस्त, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा भारत को 12.57 बिलियन का एसडीआर आवंटन किया था, जो कि लगभग 17.86 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लेटेस्ट एक्सचेंज के बराबर था। एसडीआर होल्डिंग्स किसी देश के विदेशी मुद्रा भंडार का हिस्सा हैं। आईएमएफ अपने सदस्यों को फंड में उनके मौजूदा कोटा के अनुपात में सामान्य एसडीआर आवंटन करता है।
शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, 27 अगस्त, 2021 को समाप्त समीक्षाधीन सप्ताह में, देश की एसडीआर होल्डिंग 17.866 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 19.407 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गई थी। जबकि पिछले महीने 20 अगस्त, 2021 को समाप्त हुए सप्ताह में भारत की विदेशी मुद्रा किटी 2.47 बिलियन अमरीकी डॉलर घटकर 616.895 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गई थी।
इसके अलावा इन आंकड़ों से पता चलता है कि समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक फॉरेन करेंसी असेट (FCAs), समीक्षाधीन सप्ताह में 1.409 बिलियन अमरीकी डॉलर से घटकर 571.6 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया था। इसके साथ ही डॉलर के टर्म में, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी इकाइयों की सराहना या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल है।
विदेशी मुद्रा भंडार के अलावा सोने का भंडार भी 192 मिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 37.441 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया। इसी के साथ देश की रिजर्व पोजीशन भी समीक्षाधीन सप्ताह में 14 मिलियन अमरीकी डालर से बढ़कर 5.11 बिलियन अमरीकी डालर हो गई थी।