प्रदेश सरकार उपलब्ध कराएगी इन जिलों के लिए ब्लैक फंगस की दवा
प्रदेश में ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा एम्फोटेरीसीन-बी मरीजों को प्रदेश सरकार उपलब्ध कराएगी। सरकारी अस्पतालों को महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य व मेडिकल कॉलेजों को महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा के माध्यम से दवा दी जाएगी। जबकि खुले बाजार में इसके न मिलने पर तीमारदारों को रेडक्रॉस के माध्यम से दवा उपलब्ध कराई जाएगी।
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अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद चिकित्सा स्वास्थ्य ने बताया कि दवा की सीमित उपलब्धता के कारण इसे लखनऊ, वाराणसी, मेरठ व आगरा मंडल में ही उपलब्ध कराया गया है। निजी अस्पताल में भर्ती मरीज मंडलायुक्त, अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य को आवेदन करके ले सकते हैं। मरीज की जरूरत का आकलन मंडलायुक्त, अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य, स्थानीय राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से नामित विशेषज्ञों की समिति करेगी।
निजी अस्पताल के पर्चे पर तीन दिन की डोज एक बार में उपलब्ध कराई जाएगी। स्थानीय रेडक्रॉस यह दवा छह हजार रुपये प्रति लाइपोसोमल इंजेक्शन वायल व 1500 रुपये प्रति इमल्शन वायल की दर से उपलब्ध कराएगी। इसमें से 10 फीसदी राशि रेडक्रॉस रोकते हुए बाकी रकम उप्र मेडिकल सप्लाइज कॉर्पोरेशन के खाते में जमा कराएगी।
वहीं ग्राम्य विकास आयुक्त के.रविंद्र नाइक ने बुधवार को जारी आदेश में साफ किया है कि महामारी जैसी परिस्थिति में काम पर नहीं आने वाले ग्राम रोजगार सेवक सहित अन्य कर्मचारियों की जगह नई भर्ती का निर्णय लिया जाएगा। मांगें पूरी नहीं होने पर मनरेगा के संविदा कर्मचारियों की ओर से 20 मई से हड़ताल की घोषणा पर सरकार ने सख्ती दिखाई है। ग्राम्य विकास आयुक्त के.रविंद्र नाइक ने बुधवार को जारी आदेश में साफ किया है कि महामारी जैसी परिस्थिति में काम पर नहीं आने वाले ग्राम रोजगार सेवक सहित अन्य कर्मचारियों की जगह नई भर्ती का निर्णय लिया जाएगा।