
करेले के कड़वाहट के पीछे छुपा है सेहत का राज, जाने इसके सेवन के अनोखे फायदे आइए जानें
करेला जितना कड़वा होता है, उससे कहीं ज्यादा गुणकारी है. ऐसा माना जाता है कि इसे खाने वाले को कई बीमारियां नहीं होती। चिकित्सा विज्ञान में इसका औषधीय महत्व भी बताया गया है। करेले का प्रयोग अनेकों दवाईयों को तैयार करने में किया जाता है। यह रक्तशोधक सब्जी है. इसी कारण से करेला का प्रतिदिन सेवन या इसका जूस पीने से बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। जानें किन किन बीमारियों में कारगर?
शुगर लेवल कम करने में सहायक
मधुमेह रोग में चौथाई कप करेले के रस में समान मात्रा में गाजर का रस मिलाकर पिलाना चाहिए। इससे ब्लड शुगर का लेवल धीरे-धीरे कम होने लगता है।
पथरी के इलाज में सहायक
पथरी से पीड़ित रोगियों को दो करेले का रस पीने और इसकी सब्जी खाने से आराम मिलता है। इस प्रक्रिया से पथरी गलकर धीरे-धीरे बाहर निकल जाती है। 20 ग्राम करेले के रस में शहद मिलाकर पीने से पथरी गल कर पेशाब के रास्ते निकल जाती है।
भूख बढ़ाने में मददगार
यदि किसी व्यक्ति को भूख कम लगने या नहीं लगने की दिक्कत है तो करेले का सेवन उसके लिए फायदेमंद साबित होगा। करेले के जूस को रोजाना पीने या करेले की सब्जी खाने से पाचन क्रिया सही रहती है, जिससे भूख भी बढ़ती है।
डायरिया में फायदेमंद
उल्टी-दस्त की समस्या होने पर करेले के रस में थोड़ा पानी और काला नमक मिलाकर सेवन करने से तुरंत लाभ मिलता है। यकृत संबंधी बीमारियों में भी करेला बहुत ही लाभकारी है।
मोटापे से छुटकारा
करेले और नींबू का रस मिलाकर हर सुबह दो महीने तक सेवन करने से शरीर में पैदा होने वाली टॉकसिंस और अनावश्यक वसा कम हो जाती है और मोटापा भी दूर होता है।