
जवान ने दिया इंसानियत का परिचय, भारी बर्फ बारी के बीच कुछ तरह से बचाई बीमार महिला की जान
किश्तवाड़। भारतीय सेना हमेशा ही लोगों की सुरक्षा और सेवा के लिए खड़ी रहती है। लेकिन जम्मू कश्मीर में भारतीय जवानों ने कर दिखाया वो उनकी जांबाजी के साथ इंसानियत का परिचय देता है। इस हफ्ते घाटी में काफी बर्फबारी हुई है। जिसकी वजह से कई मार्ग बंद हो गए है। डोडा जिले की पहाड़ी पर बसे गांव चिली बाला है । जहां घुटनों तक बर्फ जमा हो गई है।
ऐसे 25 वर्षीय मंजू की तबियत काफी खराब हो गई। बर्फ की वजह से रास्ते बंद हो जाने के कारण उपचार के लिए ले जाना सम्भव नही था। ऐसे में परिवार वाले परेशान थे कि , इलाज के लिए कैसे ले जाए और मंजू की तबियत बिगड़ती ही जा रही थी। इस मुश्किल भरे हालात में परिवार को भारतीय सेना की याद आई। मंजू देवी के पिता ने तब गंदोह स्थित सेना की राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) की मदद मांगी।
पीड़ित महिला के पिता आरआर यूनिट ने जब कमांडर ऑफिसर को पूरी स्थिति बताई तो , स्थिति की गंभीरता को समझते हुए कमांडर ने सैन्य अभियान शुरू किया। इसके चलते कमांडर ने कुछ सैनिकों को गांव में भेजा । बर्फबारी की वजह से वाहन ले जाना सम्भव नहीं था , इसलिए जवान पैदल ही दो किलोमीटर तक घुटनों तक जमी बर्फ में पैदल के चलकर पीड़ित महिला के गांव पहुंचे।
जवान पीड़ित महिला को खाट पर लिटाकर मुख्य द्वार तक ले गए। जिसके बाद सेना के वाहन से पीड़ित महिला को गंदोह स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया। परिवार व जिला प्रशासन ने मानवीय प्रयासों के लिए सेना को धन्यवाद दिया और संकट के समय सेना को लोगों का सच्चा दोस्त बताया।