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30 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए चुनौती बना टारगेट किंलिंग का मुद्दा, अब तक 17 केस आए सामने

जम्मू कश्मीर :  दो वर्षों बाद आयोजित होन वाली अमरनाथ 30 जून से शुरू होने जा रही है. इसके साथ ही प्रदेश में बढ़ रही टारगेट किलिंग मामले प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों दोनों के लिए ही चुनौती बने हुए है. हालांकि जम्मू कश्मीर प्रशासन व सुरक्षा एजेंसी इन्हीं प्रयासों में दिन-रात जुटे हुए हैं कि देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं पर किसी तरह की दिक्कत न आए. यात्रा की तारीख नजदीक आने के साथ ही सुरक्षाबलों ने वादी में आतंकवाद के खिलाफ अपना अभियान भी तेज कर दिया है, जिसके बेहतर परिणाम भी सामने आए परंतु एकाएक मई में जिस तरह से आतंकी हमलों में इजाफा हुआ, उसका असर अमरनाथ यात्रा में न पड़े इसको लेकर गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में दिल्ली में हाईलेवल मीटिंग भी कर रहे है.

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गृहमंत्री ने दिल्ली में की बैठक 

बताया यह भी जा रहा है कि, गृहमंत्री द्वारा आयोजित इस मीटिंग में बेहतर फैसले लिए जाएगे, जिससे टारगेट किलिंग के मुद्दे के खिलाफ बेहतर परिणाम देखने को मिलेगे. कश्मीर में टारगेट किलिंग को रोकने व अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए अर्द्धसैनिकबलों की अतिरिक्तों की बटालियनों को तैनात किया जाएगा।

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सुरक्षाबलों को जारी किया गया हाई अलर्ट 

गौरतलब है की, घाटी में बढ़ते टारगेट किलिंग के मामले सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन है. पिछले 15 दिनों के भीतर गृहमंत्री की जम्मू कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यह तीसरी बैठक है। जम्मू व कश्मीर में सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर डाल दिया गया है। गृहमंत्री ने इससे पहले 2 जून को राजस्थान के बैंक मैनेजर विजय कुमार की हत्या के बाद जबकि उससे भी पहले 17 मई को अमरनाथ यात्रा के लिए की गई व्यवस्था व सुरक्षा स्थिति को जानने के लिए बैठक बुलाई थी। कश्मीर प्रशासन व पुलिस विभाग 12 मई से कश्मीरी हिंदू युवक राहुल भट्ट की हत्या के बाद से कश्मीर घाटी में नौकरियां कर रहे कश्मीरी हिंदुओं व गैर कश्मीरियों को सुरक्षा का विश्वास दिला रहे हैं परंतु उसके बाद से ही अब तक आतंकी आठ बेगुनाह लोगों को मौत के घाट उतार चुके हैं।

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जम्मू कश्मीर में अब तक के सामने आए टारगेट किलिंग के मामले

02 मार्च- कुलपोरा सरंदरु कुलगाम में आतंकियों ने पंच मोहम्मद याकूब डार की हत्या की

06 मार्च- अमीराकदल में आतंकियों के ग्रेनेड हमले में दो नागरिक मोहम्मद असलम व राफिया जान को अपनी जान गंवानी पड़ी

09 मार्च- खनमोह श्रीनगर में पीडीपी से संबधित सरपंच समीर बट को आतंकियों ने मौत के घाट उतारा

11 मार्च- अडूरा कुलगाम में सरपंच शब्बीर अहमद की हत्या

21 मार्च- गोटीपोरा बड़गाम में तजम्मुल मोहिउद्दीन नामक नागरिक की उसके घर के बाहर हत्या

27 मार्च- चाडबुग बडगाम में एसपीओ की उसके भाई उमर अहमद डार समेत हत्या

13 अप्रैल- काकरन कुलगाम में सतीश कुमार सिंह नामक एक डोगरा राजपूत की हत्या

15 अप्रैल- पट्टन बारामुला में सरपंच मंजूर बांगरु की हत्या

07 मई- अली जान मार्ग,श्रीनगर में पुलिसकर्मी गुलाम हसन डार वीरगति को प्राप्त

12 मई- बड़गाम के चाडूरा में तहसीलदार कार्यालय में कश्मीरी हिंदू राहुल भट्ट की हत्या

13 मई- गुडरु पुलवामा में पुलिस कांस्टेबल अपने घर के बाहर आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त

15 मई- बारामुला में शराब की दुकान पर काम करने वाले रंजीत सिंह की हत्या

24 मई- सौरा श्रीनगर में पुलिसकर्मी सैफुल्लाह कादरी अपने घर के बाहर आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त

26 मई- टीवी कलाकार अमरीना बट की हुशुरु बड़गाम में उसके घर में हत्या

31 मई- गोपालपोरा कुलगाम में स्कूल अध्यापिका रजनी बाला की हत्या

02 जून- अरेह मोहनपोरा कुलगाम में राजस्थान निवासी विजय कुमार की बैंक के भीतर हत्या

02 जून- मागरेपोरा बड़गाम में बिहार के एक श्रमिक दिलखुश की हत्या

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