झारखंड में दिखा ग्रीन पटाखो का असर, पिछले साल के मुकाबले कम हुआ वायु प्रदूषण
ग्रीन पटाखों का असर इस दिवाली पर देखने को मिला। साथ ही सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देश प्रभावी रहे। पिछले साल की तुलना में इस दिवाली राजधानी रांची में प्रदूषण में कमी आई है। 4 नवंबर को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 251 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था।
बात करें तो पिछले साल 14 नवंबर को एक्यूआई 484 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया था। वैसे इस बार दिवाली कम प्रदूषित है। हालांकि, इस बार भी हवा की गुणवत्ता मानकों के लिहाज से खराब थी, जिसके द्वारा यह निर्धारित किया जाता है।
रांची में चार जगहों पर हुई जांच
राजधानी रांची में चार जगहों पर वायु प्रदूषण की जांच की गई। चारों जगहों को तीन कैटेगरी में बांटा गया था। उच्च न्यायालय डोरंडा क्षेत्र को साइलेंस जोन, अशोक नगर आवासीय क्षेत्र में विभाजित किया गया था जबकि अल्बर्ट एक्का चौक और काचरी चौक क्षेत्र को वाणिज्यिक क्षेत्र में विभाजित किया गया था। कछारी चौक क्षेत्र में इसका शोर स्तर सबसे अधिक था। इस क्षेत्र में ध्वनि का स्तर केवल 7 से 8 बजे के बीच 86.6 डेसिबल दर्ज किया गया, जो अन्य क्षेत्रों में और दूसरी अवधि के लिए उच्चतम स्तर था। बता दें कि हवा की गुणवत्ता पर कितना असर पड़ा, इन चारों जगहों पर 29 अक्टूबर को उपकरण लगाए गए थे।