देश के अर्थव्यवस्था में हुआ सुधार, पहली तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ रेट पहुंची 20.1 फ़ीसदी
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के नतीजे केंद्र सरकार द्वारा जारी कर दिए गए हैं। सरकार द्वारा जारी इन नतीजों के अनुसार पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की ग्रोथ रेट 20.1 फ़ीसदी रही है।
नई दिल्ली : कोरोना महामारी के वजह से भारत की बिगड़ी अर्थव्यवस्था एक बार फिर पटरी पर लौट आई। वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में जीडीपी के शानदार आंकड़े सामने आए। कोरोना संकट के बाद पहली बार केंद्र सरकार के लिए जीडीपी के मोर्चे पर एक अच्छी खबर सामने आई है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के नतीजे केंद्र सरकार द्वारा जारी कर दिए गए हैं। सरकार द्वारा जारी इन नतीजों के अनुसार पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की ग्रोथ रेट 20.1 फ़ीसदी रही है।
वही यही जीडीपी पिछले साल समान तिमाही में नेगेटिव 23.9 फ़ीसदी ग्रोथ पर थी। इससे पहले एसबीआई के एक इकोरैप रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही देश की जीडीपी 18.5 फ़ीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया गया था। हालांकि आरबीआई ने अप्रैल-जून 2021 तिमाही के लिए 21.4 फ़ीसदी की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया था।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते भारत की अर्थव्यवस्था को एक तगड़ा झटका लगा था। वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9 फ़ीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई थी। फिर दूसरी तिमाही में जीडीपी 7.5 फ़ीसदी गिरी, जिसके बाद अब तीसरी तिमाही में 0.4 फीसदी जीडीपी रही। हालांकि चौथी तिमाही में इसी जीडीपी का ग्रोथ रेट 1.6 फ़ीसदी दर्ज किया गया।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) देश में 1 साल में पैदा होने वाले सभी सामानों और सेवाओं की कुल वैल्यू को कहते हैं। यह किसी भी देश के घरेलू उत्पादन का व्यापक मापन होता है। जीडीपी से किसी देश की अर्थव्यवस्था की सेहत पता चलती है और इसकी गणना आमतौर पर सालाना होती है मगर भारत में इसे हर 3 महीने मे भी आंका जाता है।
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