Jammu Airport Blast: आतंकियों ने ड्रोन से दिया एयरपोर्ट पर हमले को अंजाम
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में बीते 30 साल से जारी आतंकी हिंसा में रविवार को आतंकियों ने पहली बार टेक्निकल एयरपोर्ट (Technical airport), जम्मू पर हमले के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर, सभी सुरक्षा एजेंसियों के कड़े सुरक्षा बंदोबस्त की पोल खाेल दी है। यह अपनी तरह का पूरे देश में पहला आतंकी हमला (Terrorist attack) है। इस हमले ने साबित कर दिया है कि आतंकी ड्रोन का इस्तेमाल सरहद पार से सिर्फ हथियार और नशीले पदार्थ भेजने के लिए नहीं कर रहे, बल्कि वह इनका इस्तेमाल अब हमलों में भी करेंगे। यह हमला शुरुआत भर है।
मामले की संवेदनशीलता को इसी बात से समझा जा सकता है हमले की सूचना मिलते ही एयर वाईस चीफ मार्शल विक्रम सिंह भी जम्मू पहुंच गए हैं। आज तड़के हुए ड्रोन हमले को लेकर कहा जा रहा है कि एक ही ड्रोन था और उसने दाे बम गिराए। कुछ लोगों के मुताबिक दो ड्रोन थे और चार से पांच धमाके हुए हैं। वायुसेना के मुताबिक, हमल में कोई बड़ा नुक्सान नहीं हुआ है, सिर्फ दो सैनिक जख्मी हुए हैं। एक इमारत को क्षति पहुंची है। सूत्रों के मुताबिक, पहला धमाका आज तड़के 1.27 बजे के करीब हुआ था।
उन्होंने बताया कि वायुसेना के जवानों के एक गश्ती दल ने ड्रोन से विस्फोटक को गिरते देखा और मौके पहुंचे और वहां एक धमाका हुआ। इसमें दो सैनिक जख्मी हुए। इसके बाद एक और धमाका हुआ। दोनों ही धमाक ज्यादा तीव्र नहीं थे और यह दोनों ही युद्धक विमानों के लिए बनाए गए हैंगर के पास ही हुए हैं।हालांकि इस एयरपोर्ट पर कोई प्रमुख युद्धक विमान नहीं था, लेकिन एमआई 17 हेलिकॉप्टर और वायुसेना के मालवाहक विमान थे। अगर ड्रोन क जरिए गिराए गए विस्फोटक इनमें से किसी एक पर भी गिरते या फिर इनके हैंगर पर गिरते तो एक बड़ा नुक्सान होता।
यह पहला हमला है लेकिन बीते कुछ सालों से विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां ऐसे किसी हमले की आशंका लगातार जता रही थी। इस हमले ने सुरक्षा व्यवस्था और एयर डिफेंस सिस्टम की स्टीकता पर भी सवाल उठाए दिए हैं। यह उन दावों की पोल भी खोल देते हैं जिनमें अकसर सुरक्षा एजेंसियां दावा करती हैं कि एंटी ड्राेन टैक्नोलाजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। जम्मू के सभी सीमावर्ती इलाकों में इसे स्थापित किया गया है और यहीं कारण है कि ड्रोन से हथियार व नशीले पदार्थाें की तस्करी पर अंकुश लगा है, जबकि आए दिन ड्रोन सीमावर्ती इलाकों में देखे जा रहे हैं।