188 दिन बाद कर पाएंगे ताज का दीदार, Say Cheese.. पर भी रहेंगी सुरक्षा बलों की पैनी नजर
कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन था। बाजार सिनेमा के साथ सभी ऐतिहासिक स्थल भी बंद थे, लेकिन अब अनलॉक-4 लगते ही स्कूल के साथ-साथ 188 दिन बाद ऐतिहासिक और आकर्षक स्थल ताजमहल और आगरा का किला 21 सितंबर से खुलेंगे।
गाइडलाइंस जारी
17 मार्च से बंद ताजमहल और आगरा के किले का अब पर्यटक दीदार कर सकेंगे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों ने इन दोनों स्थलों को खोलने के लिए जरूरी इंतेजाम किए हैं। अब पर्यटक गाइडलाइंस के साथ आकर्षक स्थलों का दीदार कर सकेंगे। बता दें कि 17 वीं सदी के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है कि ताजमहल इतने लंबे समय (188 दिन तक ) के लिए बंद हुआ हो। दोनों स्मारकों के संरक्षित घोषित होने के बाद यह बंदी का नया रिकॉर्ड होगा।
3 बार बंद हुआ ताजमहल
ताजमहल इससे पहले भारत पाकिस्तान युद्ध 1971 के दौरान 4 से 18 दिसंबर तक 15 दिन तक के लिए बंद था। दूसरी बार इसे सितंबर, 1978 में यमुना में बाढ़ आने पर सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए बंद किया गया था। जबकि आगरा का किला पहली बार बंद हुआ है। वहीं अब कोरोना के चलते 17 मार्च को ताज के दीदार पर 15 दिन की पाबंदी लगाई गई थी जो बाद में अगले आदेश आने तक बंद कर दिया गया था।
सीआईएसएफ करेगी सुरक्षा की जांच
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल द्वारा पर्यटकों को स्मारक में प्रवेश देने से पूर्व स्पर्श मुक्त सुरक्षा से जांच की जाएगी। जरूरत पड़ने पर पर्यटकों को स्पर्श करके भी सुरक्षा की जांच की जाएगी।
कितने पर्यटकों को मिलेगी एंट्री
ताजमहल में एक दिन नें 5 हजार और आगरा के किले में करीब 2500 पर्यटक प्रवेश ले सकेंगे। टिकट विंडो बंद रहेगी ऑनलाइन टिकट खरीदने की व्यवस्था की गई है। ताजमहल में शाहजहां और मुमताज की कब्रों को देख पाएंगे, लेकिन मकबरे ने केवल 5 पर्यटकों को प्रवेश दिया जाएगा।
पर्यटकों को इन गाइडलाइंस का करना होगा पालन
● पर्यटकों को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा।
● टिकट विंडो बंद रहेंगे। ऑनलाइन टिकट से एंट्री मिलेगी।
● पार्किंग समेत सभी पेमेंट डिजिटल तरीके से किए जाएंगे।
● दीवारों और रेलिंग से दूरी बना के रखनी होगी।
● एंट्री से पहले थर्मल स्क्रीनिंग होगी। बिना लक्षण वालों को ही प्रवेश मिलेगा।
● ग्रुप फोटोग्राफी का नहीं ले पाएंगे मजा
● विदेशियों को टिकट के 1100 रुपए और देश के पर्यटकों को 50 रुपए देने होंगे।