
कांग्रेस समर्थक लोगों ने भी कल्याण सिंह जी को दिया था वोट, इसके पीछे है दिलचस्प कहानी !
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम स्वर्गीय कल्याण सिंह जी बहुत ही साधारण परिवार से ताल्लुक रखते थे। कल्याण सिंह का पूरा जीवन बड़ी ही सादगी के साथ गुजरा। अपने प्रत्येक कार्यकर्ता को वह उसके नाम के साथ जानते थे। उनका सभी से बड़ा करीबी रिश्ता रहा था। वह एक सच्चे राम भक्त भी थे। इसी कारण विवादित ढांचा गिरने के उन्होंने बाद एक पल में ही कुर्सी भी छोड़ दी थी। प्रथम हाईकोर्ट इलाहाबाद के अपर शासकीय अधिवक्ता आशुतोष कुमार संड ने यह सब कहा।
अपर शासकीय अधिवक्ता कहते हैं कि उनके पिता और पूर्व विधायक रामगोपाल संड का विवाह 1944 में अलीगढ़ के अतरौली में वैद्यराज पं. स्वर्गीय प्रयाग दत्त पाठक की बेटी उर्मिला संड से हुआ था। कल्याण सिंह के पिता तब पूरे परिवार के साथ उसमें गए थे। करीब 90% लोग अतरौली के मोहल्ला पाठक पाड़ा के कांग्रेसी थे। 1967 में जब आम चुनाव का एलान हुआ तो 27 जिलों का चुनाव प्रभारी रामगोपाल संड को बनाया गया।
आशुतोष कुमार संड ने बताया है कि, पहली बार अतरौली जिले से चुनाव लड़ रहे कल्याण सिंह के समर्थन में सभा करने रामगोपाल संड पाठक पाड़ा पहुंचे तब वहां उन्होंने एक निवेदन किया कि, “वसंत पंचमी को 1944 में मेरा विवाह इसी क्षेत्र में हुआ था। अपनी कन्या का दान कर तब आपने मुझे अनुग्रहित किया था। मेरा भरा पूरा परिवार आप सब के आशीर्वाद से बना हुआ है।”
उन्होंने लोगों से कहा कि, ”अपने विवाह के इतने सालों के बाद मैं आपसे इस छोटे भाई के लिए आपका वोट मांगने आया हूं। वहां के लोगों को दामाद का वोट मांगना विचलित कर गया। कांग्रेस समर्थक होते हुए भी वहां के लोगों ने कल्याण सिंह को वोट दिया था। कल्याण सिंह का राजनीतिक सफर यहीं से शुरू हुआ और उनकी आखिरी सांस तक चलता रहा।”
पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन से राजनीति, शिक्षा, चिकित्सा समेत सभी क्षेत्रों के लोग दुखी हैं। लोगों का कहना है कि वह सच्चे राजनेता थे। वह एक कुशल प्रशासक थे। लोगों को उन्होंने कभी वर्गों में बांट कर राजनीति नहीं की। शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री रामेश्वर प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में वर्चुअल शोक सभा हुई।
इस शोक सभा में दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर राजनाथ यादव, राम बिहारी दुबे, रवि प्रकाश त्रिपाठी, ओम प्रकाश, कमल यादव आदि उपस्थित रहे। प्रयागराज सेवा कमेटी के कार्यालय में तीर्थराज पांडेय, अनुपमा पांडेय, सुनीता, विपिन अवस्थी, दुर्गेश नंदिनी, आशा और अन्य ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।