सीएम योगी का सख्त निर्देश, रात्रि कालीन बंदी जारी रखा जाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू में ढील दी गई है लेकिन रात्रि कालीन बंदी जारी रखा जाए। इसके नियमों का जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक कड़ाई से पालन कराएं। शाम 6:00 बजे से ही टीमें विभिन्न इलाके में सक्रियता दिखानी शुरू कर दें। रात्रि
टीम 9 की समीक्षा बैठक में कहा कि कर्फ्यू से छूट का आशय लापरवाही की छूट होना नहीं है। कई जिलों में लोगों के मास्क न लगाने, बाजारों में अनावश्यक भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने जैसी जानकारी मिली है। यह स्थिति किसी के लिए भी अच्छी नहीं है। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए हर एक नागरिक का सहयोग आवश्यक है। पुलिस प्रशासन को सक्रियता बढ़ाने की जरूरत है। लोगों को जागरूक भी करें, साथ-फुट पेट्रोलिंग, चेंकिंग और आवश्यकतानुसार प्रवर्तन की कार्रवाई भी की जानी चाहिए।
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सभी जिलाधिकारी/पुलिस अधीक्षक शासन द्वारा जारी आदेशों का प्रतिबद्धतापूर्वक अक्षरश: पालन सुनिश्चित कराएं। उन्होंने निर्देश दिया कि कोरोना कर्फ्यू से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए। रात्रिकालीन बन्दी को प्रभावी बनाने के लिए शाम 06 बजे से ही पुलिस व स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो जाएं। पब्लिक एड्रेस सिस्टक का उपयोग करें। कहीं भी भीड़ की स्थिति न बने। रात्रि
लगातार बढ़ रहा टीकाकरण का ग्राफ
प्रदेश में टीकाकरण का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। सभी जिलों में 18 से 44 साल की उम्र वालों का टीकाकरण शुरू होने के बाद टीकाकरण कराने वालों की संख्या वे तेजी से इजाफा हुआ है। इसी तरह सभी जिलों में अभिभावक बूथ, कर्मचारियों, शिक्षकों के लिए अतिरिक्त बूथ होने का भी फायदा मिल रहा है।
प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक और 18-44 आयु वर्ग के लोगों को कोविड सुरक्षा कवर प्रदान करने में उतर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। अब तक 1,51,81,813 लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 35,05,573 लोग वैक्सीन के दोनों डोज लगवा चुके हैं। इसी तरह अब तक वैक्सीन के कुल 1 करोड़ 86 लाख 87 हजार 386 डोज लगाई जा चुकी है। रात्रि
ऑक्सीजन की लगातार घट रही है मांग
ऑक्सीजन की मांग, आपूर्ति और खर्च में संतुलन बनाने के लिए कराए जा रहे ऑक्सीजन ऑडिट के अच्छे परिणाम मिले हैं। अब मेडिकल कॉलेजों में 03 से 04 दिन का ऑक्सीजन बैकअप हो गया है। बीते 24 घंटों में 454.7 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण किया गया है। औद्योगिक इकाइयों को ऑक्सिजन के उपयोग की अनुमति दी जा चुकी है। इन गतिविधियों को सुचारू रखा जाए।
तैयारी जारी रखें
कोविड की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी के क्रम में मानव संसाधन का प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है। मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण जारी है। डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ आदि के लिए पीडियाट्रिक केयर ट्रेनिंग भी शुरू हो चुका है। यह कार्य यथाशीघ्र पूरा कर लिया जाए। सुविधानुसार भौतिक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए।