मध्य प्रदेश में 2 हजार करोड़ की कीमत में तैयार होगा “स्टैच्यू ऑफ वननेस”, कांग्रेस ने कह दी ये बात
मध्य प्रदेश सरकार ने कहा है कि धार्मिक नेता और दार्शनिक आदि शंकराचार्य की 108 फीट लंबी बहु-धातु की मूर्ति और राज्य में एक अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय स्थापित करने के लिए ₹2,000 करोड़ की परियोजना लाई जाएगी। “स्टैच्यू ऑफ वननेस” कहे जाने वाले इस स्टैच्यू की ऊंचाई 108 फीट होगी और इसे 54 फीट ऊंचे प्लेटफॉर्म पर स्थापित किया जाएगा। मांधाता पर्वत पर 7.5 हेक्टेयर क्षेत्र में मूर्ति और शंकर संग्रहालय स्थापित किया जाएगा।
वहीं 5 हेक्टेयर क्षेत्र में नर्मदा नदी के दूसरी ओर एक गुरुकुलम विकसित किया जाएगा और 10 हेक्टेयर क्षेत्र में आचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय अद्वैत वेदांत संस्थान विकसित किया जाएगा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ओंकारेश्वर में शंकराचार्य की प्रतिमा की स्थापना केवल मूर्ति स्थापित करने के लिए नहीं है, बल्कि जीवन में व्यावहारिक वेदांत को कैसे लाया जाए, इस पर एक परियोजना है। उन्होंने इस परियोजना के पीछे के उद्देश्य के बारे में बात करते हुए कहा कि “इस दुनिया को एक परिवार बनने दें, यही इसका उद्देश्य है। ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा दिए गए सुझावों पर राज्य सरकार अमल करेगी और पूरी कार्ययोजना को अंतिम रूप देने के लिए तेजी से काम किया जाएगा।”
गौरतलब है कि यह सभी घोषणाएं तब की गईं, जब पिछले हफ्ते सीएम शिवराज सिंह चौहान ने परियोजना पर चर्चा के लिए आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास के न्यासी बोर्ड की बैठक को संबोधित किया। बैठक में स्वामी अवेदशनंद गिरि जी महाराज, स्वामी परमात्मानंद सरस्वती महाराज, स्वामी चिदानंदपुरी सहित प्रमुख संतों और ट्रस्ट के सदस्यों ने भाग लिया था।
वहीं विपक्षी कांग्रेस ने परियोजना पर संदेह जताते हुए कहा कि राज्य के बजट में धन आवंटित होने के बाद ही वे इस पर चर्चा करेंगे। कांग्रेस ने राज्य पर भारी कर्ज की ओर भी इशारा किया है। दरअसल यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब राज्य का ऋण कुल बजट आवंटन से अधिक है। राज्य का बजट ₹2.41 लाख करोड़ है लेकिन कुल कर्ज ₹2.56 लाख करोड़ है। इस हिसाब से राज्य में प्रति व्यक्ति कर्ज करीब 34,000 रुपये है।