संसद का विशेष सत्र: पीएम मोदी को पत्र लिख स्पेशल सेशन बुलाने का एजेंडा पूछेंगी सोनिया गांधी
संसद के विशेष सत्र में हिस्सा लेंगे I.N.D.I.A गठबंधन के 24 दल
नई दिल्ली: संसद के विशेष सत्र को लेकर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में शामिल लोकसभा और राज्यसभा सांसदों ने मंगलवार शाम को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर बैठक की। इस मीटिंग में फैसला लिया गया कि I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल 28 दलों में से 24 दल 18 सितंबर से शुरू हो रहे संसद के स्पेशल सेशन में शामिल होंगे।
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी इन 24 दलों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगी। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बीते सप्ताह 18 से 22 सितंबर तक संसद के पांच दिन के विशेष सत्र के बारे में जानकारी दी थी।
खड़गे ने कहा- मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है मोदी सरकार
वहीं, फ्लोर लीडर्स के साथ बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार पहली बार बिना एजेंडा बताए संसद का विशेष सत्र बुला रही है। किसी भी विपक्षी पार्टी से न तो सलाह ली गई और न ही जानकारी दी गई। यह लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं है। मोदी सरकार हर दिन एक संभावित एजेंडा की कहानी मीडिया में पेश करती है, जिससे लोगों पर बोझ डालने वाले मुद्दों से ध्यान भटकाने का एक बहाना तैयार होता है। बीजेपी महंगाई, मणिपुर, बेरोजगारी, चीन के अतिक्रमण, सीएजी रिपोर्ट और घोटाले जैसे मुद्दों से ध्यान हटाकर लोगों को धोखा देना चाहती है।
बता दें कि संसद के विशेष सत्र में कोई भी विधेयक पेश नहीं होगा और न ही जॉइंट सेशन बुलाया जाएगा। पांच दिन में चार-पांच प्रस्ताव लाए जाएंगे, जिन पर चर्चा होकर उसे ध्वनि मत से पारित किया जाएगा। संसदीय कार्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, दोनों ही सदनों की चर्चा के लिए विशेष सत्र बुलाए गए हैं… लिहाजा जॉइंट सेशन नहीं होगा। अगर जॉइंट सेशन होता तो लंबित पड़े किसी महत्वपूर्ण विधेयक जैसे ‘महिला आरक्षण विधेयक’ या ‘एक देश एक चुनाव’ के पेश होने की संभावना बनती।