सपा ने उसी जिले से किया चुनावी शंखनाद, जहां से 2012 में जीती थी चुनाव
राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उन्नाव में पूर्व मंत्री दिवंगत मनोहर लाल की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में बस पर सवार होकर पहुंचे। उन्होंने उन्नाव से चुनावी शंखनाद का आगाज किया है।
2012 विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने रथ यात्रा निकालकर चुनाव का श्रीगणेश किया था। 2012 चुनाव में सपा को जनता का पूरा सहयोग मिला था और अखिलेश यादव यूपी के मुख्यमंत्री बने थे।
यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव तैयारी में सभी राजनीतिक दल जुट गए हैं। पूर्व पशुधन मंत्री दिवंगत मनोहर लाल की जयंती कार्यक्रम में अखिलेश की रथ यात्रा के कई कयास लगाए जा रहे हैं।
एक सोची समझी चुनावी रणनीति के तहत अखिलेश ने यह कदम उठाया। इस बार अखिलेश कोई भी चुनावी मौका छोड़ना नहीं चाहते हैं।
इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा शासन में न तो न ही नौजवानों को रोजगार मिल सका और न ही किसानों की आय दोगुनी हुई। उन्होंने मजाकिया स्वर में कहा कि बाबा मुख्यमंत्री न तो लैपटॉप चला पाते हैं न ही बिजली कारखानों की जानकारी रखते हैं। जिसकी वजह से प्रदेश में नए बिजली उत्पादन प्लांट नहीं लग सके।
महंगी बिजली का भुगतान आम जनता को करना पड़ रहा है। सरोसी में पूर्व पशुधन मंत्री दिवंगत मनोहर लाल की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में आए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सत्ता में आने के बाद उद्योगपतियों के लिए काम करती हैं। वो गरीबों का पैसा छीनकर उद्योगपतियों को दे देती हैं उसके बाद उद्योगपति विदेश भाग जाते हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि, भाजपा सरकार ने मास्क लगवाकर हमारे मुंह और कान बंद करा दिए। बीजेपी सरकार को कौन सी बीमारी है जिसकी वजह से उसने अपने कान और आंख बंद कर रखे है। उसे गरीबों की आवाज नहीं सुनाई दे रही है।
कालेधन पर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि जिला पंचायत, ब्लाक प्रमुख चुनाव में सबसे ज्यादा इसका इस्तेमाल किया गया है। यह सभी जानते हैं की 19 जिला पंचायत सदस्यों का वोट कैसे लिया गया।
अखिलेश यादव ने दावा किया कि, सपा शासनकाल में बाढ़ से कटान रोकने के लिए 133 करोड़ रुपये दिए गए थे और सरकार बदलते ही भाजपा ने वो पैसा वापस ले लिया। अगर प्रदेश में सपा की सरकार आएगी तो राज्य को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। विकास कार्यों में भाजपा सरकार कभी सपा की बराबरी नहीं कर पाएगी।