जल्द ही छत्तीसगढ़ सरकार शुरु करेगी धान की खरीददारी
छत्तीसगढ़ में धान खरीद को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. भूपेश बघेल सरकार जल्द ही राज्य में मूल मूल्य पर धान खरीदना शुरू करेगी।बता दें, भाजपा राज्य में 1 नवंबर से खरीद की मांग कर रही है। इस बीच, राज्य के कृषि मंत्री रवींद्र चौबे ने कहा कि खरीद जल्द शुरू होगी।
दरअसल, आज हुई कैबिनेट उपसमिति की बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है और छत्तीसगढ़ में दिवाली के बाद धान की खरीद शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही एक तारीख भी तय की जाएगी। मंत्री रवींद्र चौबे ने कहा कि राज्य सरकार धान खरीद के लिए पूरी तरह तैयार है. उपसमिति की अगली बैठक तिथि तय करने के लिए होगी।
बैठक में मंत्री रवींद्र चौबे, प्रेमसाई सिंह टेकम और मंत्री अमरजीत भगत की समिति ने धान खरीदी से पहले गन्ने की बोरियों की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर चर्चा की. पूर्व में बोरे की कमी को देखते हुए गन्ने के बोरे भी किसानों से खरीदे जाते थे, इस बार भी बोरे किसानों से खरीदे जाएंगे. इसके अलावा सार्वजनिक वितरण की दुकानों व चावल मिलों से महीन बोरियों की व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है. खरीद की तारीख दिवाली के बाद तय की जाएगी। इस वर्ष भी गाय के बोरे का संकट है, क्योंकि इस बार जूट आयुक्त द्वारा केवल 30 प्रतिशत मांग को ही पूरा किया गया है।
1 करोड़ 5 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य
बघेल सरकार ने इस साल 105 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा है. पिछले साल छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड खरीदारी हुई थी। बघेल सरकार ने 82.81 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की थी, इसलिए इस बार सरकार ने खरीद लक्ष्य बढ़ा दिया है. मंत्री रवींद्र चौबे ने कहा कि प्रदेश के किसानों को धान खरीदी में किसी प्रकार की परेशानी न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. इसके लिए भी सरकार ने सारे इंतजाम कर लिए हैं।
बीजेपी ने उठाया था सवाल
दरअसल, इस बार राज्य धान की खरीद का राजनीतिकरण भी कर रहा है. विपक्षी भाजपा नेता धर्मलाल कौशिक ने कहा कि राज्य सरकार को एक नवंबर से धान की खरीद शुरू कर देनी चाहिए। दिवाली के खर्च के लिए लोग बाजार जाने लगे हैं। उनकी उपसमिति की बैठक होनी थी, सरकार 1 नवंबर से धान खरीद ले। हालांकि उपसमिति की आज की बैठक में दिवाली के बाद ही धान खरीदने का निर्णय लिया गया है.