हाथरस के छह लापरवाह डॉक्टरों पर गिरी गाज, डिप्टी सीएम ने की बड़ी कार्रवाई
लखनऊ: डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लगातार लापरवाह डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए नज़र आ रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को हाथरस के छह लापरवाह डॉक्टरों पर गाज गिरी है। ये डॉक्टर लगातार ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहे थे। ड्यूटी में शिथिलता बरतने पर डॉक्टरों पर कार्रवाई हुई है। दरअसल, हाथरस के जिला महिला चिकित्सालय, बांगला संयुक्त जिला चिकित्सालय, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टरों पर कार्रवाई हुई है। अस्पताल के उच्च अधिकारी लगातार डॉक्टरों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे। पत्र भी भेजा। किसी भी डॉक्टर ने पत्र का जवाब नहीं दिया। डिप्टी सीएम के संज्ञान में मामला आया। इस संबंध में हाथरस जिलाधिकारी से भी जानकारी मिली है।
मुफ्त मुहैया कराएं इलाज
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि डॉक्टर नियमित रूप से तय समय पर ड्यूटी पर आयें। ओपीडी व भर्ती मरीजों को इलाज उपलब्ध करायें। सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को मुफ्त इलाज उपलब्ध करायें। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शव सील करने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप, होगी जांच
वहीं, राजधानी स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी हास्पिटल (सिविल) के पोस्टमार्टम हाउस में शव को सील करने के लिए कर्मचारी द्वारा रिश्वत के प्रकरण की जांच होने के निर्देश जारी किए गए हैं। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने मामले को गंभीरता से लिया है। हॉस्पिटल के निदेशक को जांच के आदेश दिये हैं। पर्यवेक्षणीय दायित्वों में शिथिलता के आरोप में निदेशक से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
आरोप है कि रविवार को सिविल हॉस्पिटल की मर्च्यूरी में शव को सील करने के एवज में कर्मचारी ने पीड़ित परिवार के सदस्यों से 800 रुपये की मांग की थी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रकरण पर सख्त रुख अख्तियार किया है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील मसले की जाँच कर दोषी कर्मचारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाये। मंगलवार शाम तक आख्या उपलब्ध कराई जाये। साथ ही निदेशक सिविल द्वारा उनके पर्यवेक्षणीय दायित्व शिथिल होने के दृष्टिगत स्पष्टीकरण मांगा गया है।