शामली: एक साथ मंच साझा नहीं कर सकेंगे सतपाल मलिक और चौधरी जयंत, सामने आई वजह
कार्यक्रम के एक दिन पहले ही मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का साक्षात्कार एक टीवी चैनल पर
शामली: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिला शामली में 3 अक्टूबर को होने वाला किसान सम्मेलन(kisan sammelan) को राष्ट्रीय लोक दल (rld)के नेताओं ने स्थगित कर दिया है। कार्यक्रम स्थगित हो जाने के बाद अब मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और चौधरी चरण सिंह के पुत्र जयंत चौधरी(jayant chaudhari) एक साथ मंच साझा नहीं कर सकेंगे। राष्ट्रीय लोक दल के नेताओं का कहना है कि प्रशासन में भाजपा सरकार के दबाव में आकर धारा 144(sec.144) लगा दी है जिस कारण कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ा है।
आपको बता दें कि किसान सम्मेलन को लेकर शामली में पिछले कई दिनों से कार्यक्रम की तैयारियां चल रही थी। जनपद में धारा 144 लगने के बाद कैराना रोड पर पूर्व प्रमुख वाजिद अली के आवास पर प्रेस वार्ता के दौरान विधायक प्रशांत चौधरी अशरफ अली खान पश्चिमी क्षेत्र के अध्यक्ष योगेंद्र चेयरमैन और जिला अध्यक्ष मुकेश सैनी ने प्रेस वार्ता की जिसमें उन्होंने कहा कि 3 अक्टूबर को शामली के ब्रिगेडियर होशियार सिंह इंटर कॉलेज के मैदान में होने वाला किसान सम्मेलन को रद्द कर दिया गया है।
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किसी भी जिला प्रशासन की धारा 144 लगाई जाने के बाद किसान नेताओं ने कहा कि प्रशासन और भाजपा सरकार किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती है। राष्ट्रीय लोक दल के नेताओं ने कहा कि प्रशासन भाजपा के दबाव में है किसान सम्मेलन स्थगित कर दिया गया है लेकिन किसानों की आवाज डबिंग नहीं नहीं पाएगी। किसानों के उत्पीड़न पर राष्ट्रीय लोक दल चुप नहीं बैठेगा जरूरत पड़ेगी तो आंदोलन भी किया जाएगा।
आपको बता दें कि कार्यक्रम के एक दिन पहले ही मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का साक्षात्कार एक टीवी चैनल पर प्रसारित हुआ जिसमें उन्होंने बयान दिया था कि राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी उनके पास आए थे और शामली में किसान आंदोलन के बारे में कहा था तब मैंने किसान सम्मेलन में आने पर हामी भरी थी लेकिन किसी राजनीतिक मंच को साझा नहीं करेंगे।