सीएम योगी सचिवालय की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हुए गंभीर, नो वेपन जोन बनाने की तैयारी
लखनऊ : सोमवार को बापू भवन सचिवालय के आठवीं मंजिल पर निजी सचिव विशम्भर दयाल के स्वयं की गोली मारकर आत्महत्या करने की मामलें के बाद सचिवालय की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कई बड़े कदम उठाने का फैसला लिया गया है। सचिवालय परिसर को नो वेपन जोन बनाने पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है। सचिवालय सुरक्षा दल के मुख्य रक्षक और दो विधान भवन रक्षक को इस मामले में हटा दिया गया है।
सीएम योगी ने घटना को गंभीरता से लेते हुए सचिवालय परिसर में शस्त्र प्रवेश पर नाराजगी व्यक्त की है। यह सुनिश्चित करने को उन्होंने कहा कि सचिवालय क्षेत्र में किसी भी शस्त्र का प्रवेश न हो सके। साथ ही पान-मसाला और तंबाकू पर भी रोक लगाने व साफ-सफाई रखने का कड़े निर्देश दिए है। सीएम योगी ने सचिवालय सहित सभी शासकीय कार्यालयों की सुरक्षा को अधिक मजबूत करने को कहा है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी और अपर मुख्य सचिव, सचिवालय प्रशासन हेमन्त राव की सचिवालय के सभी भवनों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए संयुक्त अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक की गई, सचिवालय सुरक्षा के I विभिन्न बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया।
दो समितियों का सचिवालय की सुरक्षा-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए गठन किया गया। जो जरूरी सुरक्षा उपकरण, संसाधन, जनशक्ति और उसके प्रशिक्षण सहित दूसरे बिंदुओं पर अपनी रिपोर्ट जल्द पेश करेंगे। अगले हफ्ते इस पर विस्तार से आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में विचार कर सुरक्षा से जुड़े सुझावों को अपनाया जाएगा।
अधिकारियों ने सचिवालय परिसर को नो वेपन जोन बनाने पर कहा कि आम्र्स एक्ट का अध्ययन इसके लिए किए जाने के साथ ही फील्ड अधिकारियों से भी विचार किया जाएगा। यह भी तय होगा कि नो वेपन सचिवालय क्षेत्र में जोन की परिधि कहां तक होगी। उप्र में नवगठित विशेष सुरक्षा बल को सचिवालय की सुरक्षा में लगाए जाने पर भी विचार होगा।
सचिवालय के सभी भवनों के प्रवेश के रास्तों पर सुरक्षा व्यवस्था और चेकिंग व्यवस्था को सख्त करने का निर्णय लिया गया। डीएफएमडी, एचएफएमडी, बैग स्कैनर और अन्य उपकरण सभी प्रवेश द्वार पर लगाए जाएंगे। निगरानी की व्यवस्था को सीसीटीवी कैमरों की संख्या वृद्धि कर और भी प्रभावी बनाया जाएगा। एडीजी पीएसी अजय आनंद, पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर, सचिव, गृह तरुण गाबा और अन्य अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।
सचिवालय के अंदर अपर मुख्य सचिव (नगर विकास) के निजी सचिव विशंभर दयाल ने गोली मारकर आत्महत्या के प्रयास मामले में सचिवालय के सुरक्षा दल के मुख्य रक्षक और दो विधान भवन रक्षक को हटा दिया है। सुरक्षा में हुई चूक का जिम्मेदार सचिवालय प्रशासन विभाग ने इन तीनों को मानते हुए ये कार्रवाई की है। उप्र सचिवालय सुरक्षा दल के मुख्य रक्षक अशोक कुमार तथा दो विधान भवन रक्षक शिखा और शीला को सुरक्षा में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है।