
कितने वक्त बाद लगनी चाहिए कोरोना के टीके की दूसरी डोज?
देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर काफी तेजी से अपने पैर पसार रही थी हालांकि बीते कुछ दिनों से बढ़ते मामलों में मामूली गिरावट देखने को मिली है देश के अंदर मामले चार लाख से ज्यादा हो गए जिसके बाद अब हल्की राहत देखने को मिली है।

वहीं अनुमान यह लगाया जा रहा है कि जल्द से जल्द स्थिति पर काबू पाया जा सकता है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश में कोरोनावायरस की तीसरी लहर आने के भी संकेत दिए जा रहे हैं ऐसे में लोगों को वैक्सीन लगाने की सलाह दी जा रही है क्योंकि यही एक एकमात्र ऐसा सहारा है जिससे कोरोना वायरस संक्रमण की आने वाली लहर पर पहले से काबू पाया जा सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से चल रहा है ऐसे में अब तक कई लोगों को टीका लगाया जा चुका है वहीं अब टीकाकरण के तीसरे चरण का वक्त चल रहा है जिसमें 18 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है वही वैक्सीनेशन को चलते लोगों में कई तरह की कन्फ्यूजन भ्रम और शक भी फैल रहे हैं।
क्या होती है वैक्सीन?
जब हमारे शरीर में किसी प्रकार के कीटाणु प्रवेश करते हैं तो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली यानी हमारा इम्यून सिस्टम प्राकृतिक रूप से उनके तारों को रोकने और उनसे लड़ने में हमारी सहायता करता है जब रोगाणु शरीर पर हमला करते हैं तो शरीर का इम्यून सिस्टम इससे लड़ने के लिए विशेष कोशिकाओं को भेजता है कभी-कभी इम्यून सिस्टम स्वभाविक रूप से इतना मजबूत नहीं होता है कि रोगाणुओं को खत्म कर सके और शरीर को बीमारी से दूर कर सके। ऐसे में इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए वैक्सीन का इस्तेमाल किया जाता है यह वैक्सीन हमारे इम्यून सिस्टम को ताकत देता है जिससे हमारा इम्यून सिस्टम लड़ाई में जीतने को तैयार हो जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टीकाकरण अभियान भारत के अंदर बीते डेढ़ महीने से काफी रफ्तार पकड़ रहा है हर दिन 2000000 से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा रहा है वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय से मिली जानकारी की माने तो अब तक देश में 17 करोड़ और 52 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है इनमें लाखों लोग ऐसे भी हैं जो टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं हालांकि अभी भी शहर में और गांव में लोगों के बीच यह असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि आखिर वैक्सीन की पहली खुराक लेने के बाद दूसरी खुराक कितने दिनों बाद ली जानी चाहिए खासकर खासकर कोविशील्ड को लेकर, क्योंकि ज्यादातर टीकाकरण केंद्रों पर यही वैक्सीन उपलब्ध है।
Covaxin
भारत में जब टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई थी, तब भारत बायोटेक ने कोवाक्सिन के इस्तेमाल को लेकर एक फैक्ट शीट जारी किया था, जिसमें बताया गया था कि पहली खुराक और दूसरी खुराक के बीच चार हफ्ते का अंतर रखा जाना चाहिए।
Covidshield
भारत बायोटेक की तरह सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने भी टीकाकरण अभियान की शुरुआत में कोविशील्ड के इस्तेमाल को लेकर फैक्ट शीट जारी किया था, जिसके मुताबिक चार से 12 हफ्ते से अंतराल पर कोविशील्ड टीके की दो खुराक लेने से कोविड-19 रोग की रोकथाम होती है। इस टीके की दोनों खुराक लेने के चार हफ्ते बाद सुरक्षात्मक प्रतिरक्षा क्षमता उत्पन्न हो सकती है।