
संजू सैमसन ने ऐसे रखा क्रिकेट खेल में अपना कदम, जानें उनकी लव लाइफ
भारतीय बच्चे की तरह संजु भी क्रिकेट को बहुत पसंद करते थे और छोटी सी उम्र से ही क्रिकेट खेलना स्टार्ट कर दिया था। उनके पिता आम भारतीय पिता के उलट अपने बेटे के दिल्लीख्वाहिश अच्छी तरह से जानते थे। इसलिए कभी संजु को क्रिकेट खेलने से रोका नहीं और समय-समय पर साथ दिया।
जिससे संजु के खेल में दिन दुगनी और रात चौगानी की इजाफा हुआ था। इस दौरान दिल्ली में ही रोजरी सीनियर स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की।
जब पिता का रिटायरमेंट हुआ तो वे परिवार सहित केरल आ गए और यहाँ संजु सेंट जोसफ हायर सेकंडरी स्कूल से आगे की पढ़ाई करने लगे।
दिल्ली से केरलशिफ्ट होने के बाद भी उन्होंने क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा, बल्कि अपने स्कूल में उम्दा पर्फ़ोमेंस के बदौलता मात्र 13 साल की उम्र में केरलटीम में शामिल कर लिए गए।
जहां उन्होंने केवल अच्छी बैटिंग ही नही, बल्कि पूरी टीम की अच्छी कप्तानी भी किया, जिससे संजु ने अपने अच्छे बटिंग, किपिंग और कप्तानी प्रदर्शन किया।
South Zone Under-13 Tournament के वर्तमान सीजन में संजु ने पाँच मैचों में 4 शतक शतक लगाए। इसी तरह बेहतरीन पेर्फ़ोमेंस करते हुए केरल की अंडर 16 और 19 के लिए खेला।
केरल के तिरुवनंतपुरम से आने वाले संजू ने बचपन से ही क्रिकेट को चुन लिया था. करियर की शुरुआत केरल अंडर-13 टीम से हुई. उस टीम के कप्तान रहे. अंडर-13 के साउथ जोन क्रिकेट टूर्नामेंट के 5 मैचों में उन्होंने 4 शतक ठोके. उनकी प्रतिभा को हाथों-हाथ लिया गया. फिर केरल अंडर-16 और अंडर-19 की भी कप्तानी की. केरल अंडर-16 की ओर से विजय मर्चेंट ट्रॉफी में खेलते हुए उन्होंने गोवा के खिलाफ 200 रनों की पारी खेली. वो भी केवल 138 बॉल में. इस मैच ने उनके लिए केरल की रणजी टीम के दरवाजे खोल दिए. कूच बिहार ट्रॉफी, अंडर-19 एशिया कप और केरल 19 टीम में उनकी बेहतरीन परफॉरमेंस ने उन्हें इंडियन अंडर-19 टीम का उपकप्तान बना दिया.

आईपीएल की टीमें भी ऐसे ही टैलेंट की तलाश में रहती हैं. 2012 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने संजू को अपनी टीम में लिया. आईपीएल के अपनी शुरुआती दिनों में वो कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा ज़रूर थे लेकिन वहां खेलना को नहीं मिला. अगले सीजन में राजस्थान रॉयल्स का साथ मिला और राहुल द्रविड़ जैसा पारखी मेंटॉर.
संजू की बैटिंग को निखारने में राहुल द्रविड़ का भी खूब हाथ रहा. 2013-15 के सीजन में राजस्थान के लिए खेले और क्या खूब खेले. 2013 के आईपीएल सीजन में उन्हें ‘बेस्ट यंग प्लेयर ऑफ़ द सीजन’ घोषित किया गया. तीन सीजन खेलने के बाद अब वो राजस्थान की टीम परमानेंट हिस्सा हो गए थे. लेकिन फिर आईपीएल में विवाद हुआ और राजस्थान को बैन कर दिया गया.
संजू दिल्ली चले गए. बैन के इन दो सालों में सैमसन दिल्ली से खेले. और उन्होंने वहां भी निराश नहीं किया. 2017 के सीजन में वो दिल्ली के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर थे. इसी सीजन में संजू आईपीएल में 1000 रन बनाने वाले सबसे कम उम्र कर खिलाड़ी बने. आईपीएल में सबसे कम उम्र में फिफ्टी मारने का रिकॉर्ड भी संजू के ही नाम है. बाद में पृथ्वी शॉ ने उनके इस रिकॉर्ड की बराबरी की. 2017 में दिल्ली की ओर से खेलते हुए संजू ने धोनी की टीम राइजिंग पुणे सुपरजायंटस के खिलाफ अपना पहला शतक मारा.
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एक मैसेज ने बदल दी जिंदगी
संजू सैमसन ने 22 दिसंबर, 2018 को चारुलता से सात फेरे लिए थे। ये दोनों कॉलेज के दिनों ही एक-दूसरे को जानते थे। वहीं उनकी लव स्टोरी एक मैसेज से शुरू हुई थी। संजू ने शादी से पहले बताया था कि 22 अगस्त, 2013 को रात के 11:11 बजे मैंने चारू को हाय भेजा था। उस दिन से लेकर अब तक 5 साल हो चुके हैं मैं उनके साथ एक तस्वीर शेयर करने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। मैं दुनिया को बताना चाहता हूं कि मैं उन्हें कितना चाहता हूं और वह मेरे लिए कितनी खास हैं।
रिप्लाई नहीं देने पर सीधे मिलने पहुंच गए थे कॉलेज
संजू का कहना है कि कॉलेज के दिनों अपना-अपना कॅरियर संवारने के लिए हम दोनों लंबे समय तक एक-दूसरे से दूर रहे। चारुलता ने बीएससी और ह्यूमन रिसोर्स से पीजी किया। उन्हें पढ़ने लिखने के अलावा गाने सुनने का बहुत शौक था। मैंने कई दिनों बाद चारुलता को मैसेज किया पर उन्होंने रिप्लाई नहीं दिया। काफी इंतजार करने के बाद एक दिन मैं परेशान होकर उनसे मिलने कॉलेज ही पहुंच गया। इसके बाद दोनों एक-दूसरे को डेट करने लगे।
5 साल तक किया डेट फिर रचाई शादी
संजू और चारुलता ने एक-दूसरे को 5 साल तक डेट किया। इसके दोनों में एक साधारण समारोह में शादी की। उनकी शादी में सिर्फ 30 लोग ही शामिल हुए थे।
संजु का अंतराष्ट्रीय क्रिकेट
- सैमसन के धुंआधार क्रिकेट करियर के कारण उन्हें अगस्त 2014 में इंग्लैंड के दौरे के लिए बैकअप विकेट-कीपर के रूप में चुना गया, लेकिन उन्हें श्रृंखला में खेलने का कोई मौका नहीं मिला.
- संजु को बाद में, 2015 जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे के लिए अंबाती रायुडू के विकल्प के रूप में बुलाया गया था, लेकिन फिर से प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली. हालांकि उसी श्रृंखला में उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टी 20 में प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई और इसप्रकार संजु सैमसन का अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण हुआ, उन्होंने मैच में 19 रन बनाए.
- वर्ष 2020 में फिर से संजु को न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 के लिए चुना गया और प्लेइंग इलेवन में जगह दी.