Samyukt Kisan Morcha: पंजाब सरकार पर किसानो ने लगाया उल्लंघन का आरोप
पंजाब की नदियों में पानी छोड़ने का फैसला केंद्र सरकार करेगी। इसके अलावा पंजाब को भाखड़ा डैम से कमर्शियल रेट पर 40 पैसे प्रति यूनिट बिजली मिल रही थी।
संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) में शामिल किसान संगठनों ने सोमवार को ऑनलाइन बैठक कर मोर्चा की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान पंजाब सरकार की अवज्ञा का आरोप लगाते हुए किसान संघों ने 17 मई को चंडीगढ़ में मोर्चा निकालने और राज्य सरकार की घेराबंदी करने की घोषणा की है। जिसमे किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से बड़ी संख्या में किसान चंडीगढ़ पहुंचेंगे, जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
Also read – गुजरात के बाद अब देहरादून के नवोदय विद्यालयों में किया जाएगा का बड़ा परिवर्तन, जानिए क्या – क्या होंगे बदलाव
किसान संघ के (Samyukt Kisan Morcha) नेताओं ने कहा कि बीबीएमबी मुद्दे को लेकर 25 मार्च को केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन हुआ था, लेकिन पंजाब सरकार ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने पंजाब सरकार पर राज्य के हितों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया जब केंद्र सरकार ने बांध सुरक्षा बिल को मंजूरी देकर पंजाब से भाखड़ा बांध का पूरा प्रबंधन छीन लिया।
केंद्र के हाथ में है भाखड़ा बांध का पूरा प्रबंधन
उन्होंने कहा कि बांध का प्रबंधन केंद्र के हाथ में है और पंजाब की नदियों में पानी छोड़ने का फैसला केंद्र सरकार करेगी। इसके अलावा पंजाब को भाखड़ा डैम से कमर्शियल रेट पर 40 पैसे प्रति यूनिट बिजली मिल रही थी। इसका बोझ किसानों पर पड़ेगा। किसान नेता (Samyukt Kisan Morcha) ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने किसानों की एक बैठक बुलाई थी जिसमें उन्होंने किसानों को बोनस देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक बोनस घोषित नहीं किया गया है। किसानों की चिप मीटर नहीं लगाने की मांग पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। सरकार ने मूंग को एमएसपी पर खरीदने का वादा किया है, लेकिन अभी तक कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। इसके अलावा बासमती के लिए कोई कीमत और खरीद अधिसूचना जारी नहीं की गई है। किसानों को गन्ना बकाया का भुगतान नहीं किया गया है।