India Rise Special

ऋषिकेश में आज से बंद हो जाएगी रिवर राफ्टिंग, जानिए फिर कब से होगी शुरुआत?

ऋषिकेश : उत्तराखंड(Uttarakhand) की तीर्थनगरी ऋषिकेश(Rishikesh) की गंगा नदी की रिवर राफ्टिंग(River rafting) दुनिया भर में पहचान रखती है। इस राफ्टिंग का अननद लेने के लिए विश्व भर से पर्यटक यहाँ पहुंचते है. बीते दो वर्षों तक कोविड की वजह से राफ्टिंग की गतिविधि बाधित रही। जिससे इन दोनों सत्रों में पर्यटन व्यवसायी पर्यटकों के लिए तरसते रहे। जबकि इस वर्ष 2021-22 के राफ्टिंग सत्र में रिकार्ड संख्या में पर्यटक राफ्टिंग के लिए यहां पहुंचे। आज से राफ्टिंग सत्र रोक लगा दी गयी है। अब तक इस सत्र में साढ़े चार लाख पर्यटक राफ्टिंग का लुफ्त उठा चुके हैं।

ये भी पढ़े :- उत्तराखंड के मशहूर पत्रकार, साहित्यकार, फिल्मकार डा. आरके वर्मा का निधन..

इन महीनों में बंद रहती है राफ्टिंग 

मानसून आने के बाद गंगा का जल स्तर बढ़ जाता है. जिसकी वजह से जुलाई और अगस्त माह में गंगा में राफ्टिंग सुविधा फिलहाल के लिए बंद कर दी जाती है. वही सितम्बर से गंगा का स्तर सामान्य हों के बाद ही राफ्टिंग फिर से शुरू कर दी जाती है. सितम्बर में प्रारम्भ हुई सुविधा जून तक जारी रहती है.

ठंड के मौसम में पर्यटकों की संख्या में कमी आती है. वही मार्च से जून माह के अंत तक राफ्टिंग का क्रेज सबसे अधिक बना रहता है। आज जब राफ्टिंग सत्र का समापन हुआ तो पर्यटकों की संख्या के आंकड़े ने पुराने सभी रिकार्ड को ध्वस्त कर दिया।इस सत्र में सितंबर 2021 से 30 जून 2022 तक कुल 4.52 लाख पर्यटक राफ्टिंग गतिविधि का लुत्फ उठाया। वर्ष 2019-20 सत्र में महज डेढ़ लाख पर्यटकों ने राफ्टिंग का लुत्फ उठाया था। जबकि 2021-22 का सत्र पूरी तरह बंद रहा। इससे पूर्व सत्र 2019-20 में सितंबर 2019 से जून 2020 तक कुल पौने चार लाख पर्यटक राफ्टिंग के लिए यहां पहुंचे थे। जबकि इससे पहले 2018-19 में चार लाख और 2017-18 और 2016-17 में साढ़े तीन लाख पर्यटकों ने रिवर राफ्टिंग का लुत्फ उठाया।

ये भी पढ़े :- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर एकनाथ शिंदे ने ली शपथ, देवेन्द्र फडणवीस बने उपमुख्यमंत्री

”ऋषिकेश क्षेत्र में सर्वाधिक पर्यटक राफ्टिंग गतिविधि के लिए पहुंचते हैं, जिससे अन्य व्यवसाय भी गति पाते हैं। इस वर्ष राफ्टिंग के लिए पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या संतोषजनक रही। हमारी कोशिश भी यही रहती है कि हम पर्यटकों को सुरक्षित और सुव्यवस्थित राफ्टिंग गतिविधि उपलब्ध कराएं। इस वर्ष राफ्टिंग के दौरान कोई दुर्घटना घटित नहीं हुई, इसकी बड़ी वजह यह रही कि राफ्टिंग कंपनियों ने अच्छे प्रशिक्षित गाइड तथा इक्विपमेंट के साथ पर्यटकों को सेवाएं प्रदान की।”

– दिनेश भट्ट, अध्यक्ष, गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन व्यवस्था समिति

Follow Us
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
%d bloggers like this: