
सीएमआईई के सर्वे में हुआ खुलासा, रोजगार देने में दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम बंगाल से आगे है यूपी
यूपी रोजगार मुहैया कराने में दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु के मुकाबले काफी आगे हैं। इसकी जानकारी सेंटर ऑर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की मई महीने की रिपोर्ट में दी गई है। इसका दावा करते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि यूपी में बेरोजगारी की दर 6.9 फीसदी है। यह मार्च 2017 के तुलना में तीन गुना कम है।
यह भी पढ़ें : लखनऊ : डीएम और सिटी मजिस्ट्रेट में विवाद की चर्चा पर जिलाधिकारी का आया बयान
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में बेरोजगारी दर 45.6 फीसदी, राजस्थान में 27.6, केरल में 23.5, पश्चिम बंगाल में 19.3, तमिलनाडु में 28.0, झारखंड में 16.0, आंध्र प्रदेश में 13.5 पंजाब में 8.8 और छत्तीसगढ़ में 8.3 फीसदी है।

राज्य सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक जब भाजपा सरकार सत्ता में आई थी, उस वक्त प्रदेश में बेरोजगारी दर का आंकड़ा 17.5 फीसदी था। सरकार विभिन्न विभागों, संस्थाओं व निगमों के जरिए लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है। प्रदेश के 4 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी, 15 लाख से अधिक लोगों को निजी क्षेत्र में और लगभग 1.5 करोड़ लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा है।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 600 से कम मामले वाले सभी जिलों को खोलने का फैसला किया था जिसमें अब झांसी ( Jhansi ) का नाम भी शामिल हो गया है क्योंकि झांसी ( Jhansi ) में 600 से कम संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं जिसके बाद कोरोना कर्फ्यू में राहत दी गई है, इस संबंध में शासन की ओर से दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं जानकारी के अनुसार निर्देश में 30 मई के आदेश का हवाला दिया गया है जिसमें 600 से कम सक्रिय मामले होने पर सुबह 7:00 बजे से शाम को 7:00 बजे तक छूट दी जाएगी इसी क्रम में यह आदेश जारी किया गया है