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राजस्थान: BJP-Congress के लिए ‘लिटमस टेस्ट’ होगा सरदारशहर सीट का उपचुनाव
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में 2 विधायकों के सांसद बन जाने से 2 सीटें खाली हो गई दिन में झुंझुनू के मंडावा से बीजेपी विधायक
सरदारशहर विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन से खाली हुई सीट
सरदारशहर विधानसभा सीट को कांग्रेस की पंरपरागत सीट माना जाता है
जयपुर: राजस्थान(RAJASTHAN) सुबह में एक तरफ सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस(CONGRESS) में सीएम कुर्सी के लिए जहां खींचतान चल रही है वही सरदार शहर विधायक भंवरलाल शर्मा (BHANWARLAL SHARMA) के निधन के बाद होने वाले उपचुनाव गहलोत सरकार की अग्नि परीक्षा के रूप में देखा जा रहा है। बता दें कि सरदार शहर विधानसभा सीट कांग्रेस (CONGRESS)का गढ़ मानी जाती रही है। इस सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की अंदरूनी कला पर गिरने की कोशिश करेगी जबकि कांग्रेस सरकार अपनी उपलब्धियों को गिना कर वोट बटोरने की जुगत करेगी। राजस्थान में 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले इस उपचुनाव को बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए अग्निपरीक्षा के रूप में देखा जा रहा है।
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राजस्थान के मौजूदा पंचमी विधानसभा चुनाव के दौरान 200 सीटों में बजा 179 दिसंबर 2018 में मतदान हुआ था। बता दें कि मतदान से पहले ही बसपा प्रत्याशी का निधन हो गया था इसके बाद सीट पर चुनाव स्थगित हो गए थे गहलोत सरकार के गठन के बाद इस सीट पर उपचुनाव होने पर कांग्रेस की साफिया जुबेर ने वहां से जीत हासिल की थी।
आपको बता दें कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में 2 विधायकों के सांसद बन जाने से 2 सीटें खाली हो गई दिन में झुंझुनू के मंडावा से बीजेपी विधायक नरेंद्र कुमार और किस वार से एलआरपी विधायक हनुमान बेनीवाल लोकसभा का चुनाव लड़ का सांसद बन गए थे उसके कारण अक्टूबर 2019 में पहला उपचुनाव हुआ था। जिसके चलते मंडावा सीट कांग्रेस ने बीजेपी से छीन ली थी वहीं कांग्रेस की डिटेल चौधरी ने चुनाव जीता।
आठवीं सीट पर होगा चौथा उपचुनाव
बता दें कि राजस्थान में अगला विधानसभा चुनाव 2023 में होगा लेकिन उससे पहले शुरू की सरदार शहर सीट से कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा का निधन हो गया है। जिससे सीट खाली हो गई है। सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी में वर्तमान में चल रहे हालात के कारण गहलोत सरकार के लिए चुनौती किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होने वाली।