Rajasthan: 132 करोड़ की लागत से इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसा बनेगा रेलवे स्टेशन
Rajasthan: दुनिया के प्रमुख पर्यटन शहरों में शुमार उदयपुर का रेलवे स्टेशन इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तरह होगा। जिसके पुनर्निमाण में अगले तीन साल में 132 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
राजस्थान (Rajasthan) का रेलवे स्टेशन कैसा होगा, उसमें किस तरह की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी कि तैयारी कर ली गई है। इसके लिए भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम लिमिटेड (IRSD) ने उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन (RFQ) आमंत्रित की है।
जानकारी के मुताबिक कि ट्राजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD) के सिद्धांतों के अनुसार रेलवे स्टेशन को डिजाइन-बिल्ड फाइनेंस ऑपरेट ट्रांसफर (DBFOT) के मॉडल पर पुनर्विकसित किया जाएगा। जो भी इस रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का जिम्मा लेगा उसे अगले 60 वर्षों तक इसका रख-रखाव भी करना होगा।
स्टेशन उपयोगकर्ता रेलवे स्टेशन से मिलने वाले राजस्व का हकदार भी होगा। उपयोगकर्ता के लिए आगामी 31 अगस्त को बोली लगाए जाने का प्रस्ताव है। जानकारी दी गई कि रेलवे स्टेशन के विकास के लिए 4,98,115 वर्गमीटर भूमि प्रस्तावित है जिसमें से बिल्ट-अप एरिया 1,0,1374 वर्गमीटर होगा।
उल्लेखनीय है कि उदयपुर रेलवे स्टेशन भारत सरकार के प्राथमिक एजेंडे के तहत पुनर्विकसित किए जाने वाले 125 रेलवे स्टेशनों में से एक है। इसमें से आईआरएसडीसी 63 स्टेशनों पर और रेल भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) 60 स्टेशनों पर काम कर रहा है।
वर्तमान अनुमानों के अनुसार, रियल एस्टेट विकास के साथ-साथ 125 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आवश्यक कुल निवेश 50,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
होंगी दुनिया स्तरीय सुविधाएं
IRSD के MD एवं CEO एस. के. लोहिया का कहना है कि उदयपुर रेलवे स्टेशन को उदयपुर शहर के एक प्रवेश द्वार के रूप में विकसित किया जाएगा। जहां विश्वस्तरीय सुविधाएं होंगी, जो यात्रियों के अलावा बिजनेस को लेकर भी होंगी।
पुनर्विकास में एक नई ईस्ट-साइड एंट्री स्टेशन बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा। जिसे अंडर-ब्रिज के माध्यम से नई ईस्ट-वेस्ट रोड कनेक्टिविटी दी जाएगी। पैदल मार्गों के नेटवर्क के माध्यम से वाणिज्यिक भूमि से आईएसबीटी के साथ कनेक्टिविटी, स्टेशन में प्रवेश और निकास के लिए अलग व्यवस्था और सभी यात्रियों के लिए आसान साइनेज भी इसमें शामिल है।