
Punjab: कश्मीर में भी बनें जबरन मतांतरण के खिलाफ कानून- अकाल तख्त साहिब
कश्मीर (Kashmir) में दो सिख युवतियों के अपहरण, जबरन मतांतरण व मुस्लिम से शादी का श्री अकाल तख्त साहिब (Shri Akal Takht Sahib) के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह (Jnani Harpreet Singh) ने गंभीर नोटिस लिया है। जत्थेदार ने घटना की निंदा करते हुए जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पत्र लिखकर कहा है कि अंतरधार्मिक विवाह व जबरन मतांतरण के खिलाफ जैसा कानून उत्तर प्रदेश (UP) व मध्य प्रदेश (MP) में लाया गया है वैसा ही कानून जम्मू कश्मीर में भी सिख लड़कियों की सुरक्षा के लिए लाया जाए।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पत्र लिखकर की मांग
जत्थेदार ने अपने पत्र में कश्मीर में पहले भी हुई इस तरह की घटनाओं का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में बार-बार हो रही इस तरह की घटनाओं से दुनिया भर में रह रहे सिख समुदाय के लोगों में गुस्सा है। जत्थेदार ने कहा है कि वह उम्मीद करते हैं कि सिखों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए आप उचित कदम उठाएंगे।
कश्मीर में सिख लड़कियों की सुरक्षा के लिए अंतरधार्मिक विवाह के खिलाफ कानून बने
शिरोमणि अकाली दल ने भी इस घटना का गंभीर नोटिस लिया है। पार्टी ने इस घटना की सख्त शब्दों में निंदा करते हुए कहा है कि इस तरह की कार्रवाई सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ देगी। पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट किया कि मैं सिख युवती के अपहरण और मतांतरण की खबर से स्तब्ध हूं। मैंने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में एक टीम को कश्मीर भेजा है, ताकि पीडि़त परिवारों को न्याय मिल सके।
वहीं, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और पूर्व मंत्री डा. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सिरसा इस सारे मामले को देख रहे हैं। उनकी रिपोर्ट आने पर ही पार्टी आगे की कार्रवाई करेगी। इस तरह की घटनाएं निंदनीय हैं। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमें टीम की रिपोर्ट आने का इंतजार है।