फोन टैपिंग केस: दिल्ली क्राइम ब्रांच ने CM गहलोत के करीबी को भेजा नोटिस, जानें क्या है पूरा मामला
राजस्थान। राजस्थान में सियासी उठापटक के बाद फोन टैपिंग मामले में विवाद मीडिया जगत में काफी सुर्खियां बटोर रहा है। वहीँ केंद्र सरकार के जलसंसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह की एफआईआर पर दिल्ली क्राइम ब्रांच ने अपनी जांच तेज कर दी है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को नोटिस जारी कर आज सुबह 11 बजे दिल्ली क्राइम ब्रांच रोहिणी के प्रशांत विहार दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया है। इस मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सतीश मलिक ने नोटिस जारी किया है।
आपको बता दें की पिछले वर्ष सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय राजस्थान सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगे थे। जिसमे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के शिकायत के बाद 25 मार्च को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। दर्ज एफआईआर में गजेंद्र सिंह ने जनप्रतिनिधियों के फोन टैप करने और उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया था।
शेखावत ने इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के OSD लोकेश शर्मा समेत अज्ञात पुलिस अफसरों को आरोपी बना FIR दर्ज करवाया। वहीँ दिल्ली क्राइम ब्रांच ने अब इस मामले में जांच का दायरा बढ़ाते हुए महेश जोशी को भी शामिल कर लिया है।
सूत्रों के मुताबिक महेश जोशी को नोटिस मिलने के बाद अब दिल्ली क्राइम ब्रांच कांग्रेस के कुछ नेताओं, अफसरों को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है। गहलोत सरकार का मैनेजमेंट संभालने वाले कई नेताओं को पूछताछ का नोटिस मिलना तय माना जा रहा है। कई पुलिस अफसरों करो भी नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
गौरतलब है की इस पूरे मामले में पायलट समर्थक विधायक वेद सोलंकी ने हाल ही में बयान दिया था कि सरकार कई विधायकों के फोन टैप करवा रही है। ये विधायक सीएम अशोक गहलोत को इसकी जानकारी भी दे चुके हैं।