पेगासस मामले में राहुल ने की गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग, कहा- मेरा फोन भी टैप किया
इजराइल ने इसे हथियार के तौर पर क्लासीफाई किया है। वहीं हमारे पीएम और गृह मंत्री ने लोकतंत्र के खिलाफ इसे इस्तेमाल किया।
पेगासस जासूसी मामला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। हर दिन कोई नया विपक्ष का नेता केंद्र सरकार की बखिया उधेड़ने के लिए तैयार हो जाता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पहले ही पेगासस मामले में मोदी सरकार की काफी आलोचना कर चुकें हैं। अब राहुल गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफे और न्यायिक जांच की मांग की है।
राहुल ने पेगासस मामले पर कहा कि उनका फोन टैप किया गया है। यह उनकी प्राइवेसी का मामला नहीं है। वह जनता की आवाज उठाते हैं। नरेंद्र मोदी ने इस हथियार को हमारे देश के खिलाफ इस्तेमाल किया है। गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। पीएम और गृह मंत्रालय के अलावा इसका ऑथराइजेशन कोई कर नहीं सकता है। गृहमंत्री और प्रधानमंत्री के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक जांच की जानी चाहिए।
राहुल ने कहा कि पेगासस जासूसी का सॉफ्टवेयर है। भारत में पेगासेस हथियार में कैटेगराइज किया गया है। सुप्रीम कोर्ट और राफेल की जांच को रोकने के लिए पेगासस का प्रयोग किया गया। इजराइल ने इसे हथियार के तौर पर क्लासीफाई किया है। वहीं हमारे पीएम और गृह मंत्री ने लोकतंत्र के खिलाफ इसे इस्तेमाल किया।
यह जनता की आवाज पर आक्रमण है। सवाल यह नहीं है कि अनिल अंबानी का फोन टैप हुआ। सवाल यह है कि जब सीबीआई एफआईआर करने वाली थी, उसके ठीक पहले सीबीआई निदेशक का फोन टैप करके उन्हें ब्लैकमेल किया गया।
खबरों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने 2018 में आलोक वर्मा को सीबीआई के पूर्व प्रमुख के पद से बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद ही उनका नाम पेगासस की लिस्ट में शामिल किया गया। इसके साथ ही अनिल अंबानी और अनिल धीरूभाई अंबानी (ADA) समूह के कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशन अधिकारी टोनी जेसुदासन के साथ उनकी पत्नी का नाम भी इस लिस्ट में शामिल किया गया।