
आरएसएस को लेकर पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने कही बड़ी बात
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत पर निशाना साधा है। इस्लामाबाद कॉन्क्लेव 2021 को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के ब्राह्मणों पर आधारित आरएसएस की विचारधारा भारत में 50-60 करोड़ अल्पसंख्यकों को दूसरे दर्जे का नागरिक मानती है। इतना ही नहीं इमरान खान ने कहा है कि कश्मीर दक्षिण एशिया में स्थिरता के लिए खतरा है।
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क्षेत्रीय हालात पर अपने भाषण में इमरान खान ने कहा कि कश्मीर मुद्दे ने पूरे दक्षिण एशिया को बंधक बना लिया है। मुझे यह कहते हुए खेद है कि हमने भारत सरकार से संपर्क करने की पूरी कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। हमने पीएम मोदी को भी फोन किया, लेकिन धीरे-धीरे महसूस किया कि यह हमारी कमजोरी मानी जाती है। पाकिस्तान के प्रधान मंत्री ने कहा, “दुर्भाग्य से, हमारी चर्चा भारत की सामान्य सरकार के साथ नहीं थी, बल्कि आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की विचारधारा के साथ थी। इस विचारधारा के साथ बातचीत करना बहुत मुश्किल है। उन्होंने आगे कहा कि जिन्होंने आरएसएस की विचारधारा को पढ़ा है, उसके संस्थापक के बयानों को देखें, तो ऐसे लोगों के लिए हमारे साथ वास्तविक संवाद करना मुश्किल है।
ब्राह्मण विचारधारा के साथ आरएसएस
इमरान ने कहा, “भारत में जो हो रहा है वह न केवल हमारा दुर्भाग्य है, खासकर कश्मीर का, बल्कि भारत के लोगों का भी बड़ा दुर्भाग्य है।” इतना बड़ा देश है तो कम से कम 50-60 करोड़ अल्पसंख्यक हैं। ब्राह्मणों पर केंद्रित आरएसएस की विचारधारा 50-60 करोड़ लोगों को बाहर कर रही है। इमरान ने दावा किया कि कुछ सामाजिक वर्गों की उपेक्षा का भारतीय समाज और अन्य लोगों पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।