तीसरी लहर में रोजाना आ सकते हैं एक लाख मामले, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
अगस्त में हर रोज एक लाख कोरोना मामले देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि खराब स्थिति में कोरोना के मामले डेढ़ लाख तक भी पहुंच सकते हैं।
कोरोना की दूसरी लहर का कहर देश से अभी पूरी तरह से खत्म भी नहीं हुआ है। लोगों में तीसरी लहर को लेकर काफी खौफ है। वहीं अब विशेषज्ञों ने भी तीसरी लहर को लेकर चेतावनी जारी कर दी है। विशेषज्ञों ने कहा है कि अगस्त के महीने में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है और लाखों मामले देखने को मिल सकते हैं।
रविवार को भारत में कोरोना के 41,831 नए मामले सामने आए और 541 लोगों की वायरस से मौत हो गई। केंद्र सरकार ने केरल, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर क्षेत्रों सहित 10 राज्यों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि बढ़ते संक्रमण के बीच उन्हें कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। विशेषज्ञों की चेतावनी के मुताबिक, कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट चिकनपॉक्स की तरह आसानी से फैल सकता है और वैक्सीन लगवाने वालों में भी फैल सकता है।
इंडियन Sars-CoV-2 जीनोमिक कंसोर्टियम (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार, मई, जून और जुलाई में हर 10 कोविड -19 मामलों में से लगभग 8 कोरोनो वायरस के अत्यधिक संक्रामक डेल्टा संस्करण के कारण होते थे। अगस्त में हर रोज एक लाख कोरोना मामले देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि खराब स्थिति में कोरोना के मामले डेढ़ लाख तक भी पहुंच सकते हैं। अगस्त के महीने में शुरू होने वाली तीसरी लहर अक्टूबर में अपने पीक पर जा सकती है।
हैदराबाद और कानपुर आईआईटी में मथुकुमल्ली विद्यासागर और मनिंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में शोधकर्ताओं का हवाला देते हुए ब्लूमबर्ग ने कहा कि कोविड के मामलों में हो रही वृद्धि कोरोना महामारी की तीसरी लहर को आगे बढ़ाएगी। केरल और महाराष्ट्र में जिस तरह कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। इससे स्थिति खराब हो सकती है।
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